उत्तराखंड STF की बड़ी कार्रवाई, 30 लाख की साइबर ठगी का मास्टरमाइंड कोलकाता से गिरफ्तार
स्पेशल टास्क फोर्स और साइबर थाना पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 30 लाख की साइबर ठगी करने वाले मास्टरमाइंड साइबर ठग को कोलकाता से गिरफ्तार किया है। उसकी पहचान अंकित चक्रवर्ती निवासी प्रातापकितया रोड बारासत वेस्ट बंगाल के रूप में हुई है।

जागरण संवाददाता, देहरादून। स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) व साइबर क्राइम पुलिस ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए पश्चिम बंगाल से एक साइबर ठग को गिरफ्तार किया है। उस पर एक बिल्डर का खाता हैक कर 30 लाख रुपये निकालने का आरोप है। एसएसपी एसटीएफ अजय सिंह ने बताया कि मनोज कुमार निवासी पुलिस लाइन रोड चंपावत ने विगत वर्ष अगस्त माह में साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने पुलिस को बताया कि अज्ञात व्यक्ति ने इंटरनेट बैंकिग का एक्सेस प्राप्त कर उनके खाते से 30 लाख रुपये की ऑनलाइन निकासी कर दी। आरोपित ने बिल्डर से फोन कॉल और एसएमएस से संपर्क किया था। इस मामले में 14 अगस्त को 2020 को मुकदमा दर्ज किया गया।
विवेचना के दौरान ठगों की ओर से इस्तेमाल किए गए मोबाइल नंबर की जांच की गई तो पता लगा कि जिन नंबर से संपर्क किया है वह पश्चिम बंगाल के हैं। बैंक खातों की जानकारी जुटाई गई तो पता चला कि साइबर ठगों ने पश्चिम बंगाल के दो बैंक खातों में 30 लाख की धनराशि ट्रांसफर की है। इन खातों के बैंक स्टेटमेंट की जांच की गई तो पता चला कि धनराशि अन्य बैंक खातों में ट्रांसफर की गई थी। धोखाधड़ी में इस्तेमाल किए गए बैंक खातों में कुछ महीनों में ही लगभग एक करोड़ से अधिक का लेनदेन पाया गया। निरीक्षक विकास भारद्वाज के नेतृत्व में एक पुलिस टीम को ठगों की गिरफ्तारी के लिए पश्चिम बंगाल भेजा गया। पुलिस टीम ने एक साइबर ठग की जानकारी हासिल कर उसे पश्चिम बंगाल के जनपद 24 परगना से गिरफ्तार कर लिया। साइबर ठग की पहचान अंकित चक्रवर्ती निवासी प्रतापकिटिया रोड बारासत 24 परगना पश्चिमी बंगाल के रूप में हुई है। एसएसपी ने बताया कि अंकित गिरोह का मास्टर माइंड है। साइबर ठग ने विभिन्न राज्यों के कई व्यक्तियों को इसी प्रकार ठगी का शिकार बनाया है।
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