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लोकजीत सिंह और कमल घनशाला को चुना गया कोरोना वॉरियर्स ऑफ द डे

पुलिस अधीक्षक मुख्यालय लोकजीत सिंह और ग्राफिक एरा विवि के अध्यक्ष कमल घनशाला को कोरोना वॉरियर्स ऑफ द डे चुना गया।

By Sunil NegiEdited By: Published: Sat, 04 Apr 2020 11:38 AM (IST)Updated: Sat, 04 Apr 2020 11:38 AM (IST)
लोकजीत सिंह और कमल घनशाला को चुना गया कोरोना वॉरियर्स ऑफ द डे

देहरादून, जेएनएन। पुलिस अधीक्षक मुख्यालय लोकजीत सिंह और ग्राफिक एरा विवि के अध्यक्ष कमल घनशाला को कोरोना वॉरियर्स ऑफ द डे चुना गया। प्रशासन की ओर से कोरोना महामारी के बीच समाज हित के कार्य करने वाले लोगों को हर रोज सम्मानित किया जा रहा है।

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जिलाधिकारी डॉ. आशीष कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि लॉकडाउन अवधि में सिविल सोसायटी व शासकीय विभागों की ओर से उत्कृष्ट कार्य करने के लिए प्रतिदिन दो कोरोना वॉरियर्स चुने जा रहे हैं। शुक्रवार को सिविल सोसायटी वर्ग से कोरोना वॉरियर ग्राफिक एरा यूनिवर्सिटी के अध्यक्ष डॉ. कमल घनशाला और शासकीय विभाग से कोरोना वॉरियर पुलिस अधीक्षक मुख्यालय एवं क्राइम लोकजीत सिंह को प्रदान किया गया। जिलाधिकारी ने कहा कि उक्त दोनों हस्तियां अपने-अपने स्तर पर कोरोना की जंग में भरसक सहयोग कर रहे हैं। उनके प्रयासों को सराहा जाना चाहिए। अन्य लोगों को भी उन से प्रेरणा लेकर आगे आना चाहिए।

82 वर्षीय महिला का देश को सलाम

कोरोना वायरस के संक्रमण की परिस्थितियों से देश को बाहर निकालने के लिए वयोवृद्ध महिला की नेक पहल के बैंक अधिकारी कायल हो गए। महिला ने बैंक प्रबंधक को घर बुलाकर उन्हें प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए 51-51 हजार रुपये के चेक दिए। इसके अलावा 11 हजार रुपये जरूरतमंदों को खाना खिलाने के लिए भी दिए। बैंक प्रबंधक ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर बुजुर्ग महिला की भावनाओं से अवगत कराया है।

विपदा की इस घड़ी में तमाम लोग मदद के लिए हाथ बढ़ा रहे हैं। इसी कड़ी में रुड़की की आवास विकास कालोनी में रहने वाली 82 साल की कृष्णा देवी ने मिसाल पेश की। 27 मार्च को महिला अपने पड़ोस में रहने वाले भारतीय स्टेट बैंक की मुख्य शाखा के प्रबंध वीके गुप्ता को घर बुलाया और बताया कि उन्हें 14 हजार रुपये मासिक पेंशन मिलती है। इसमें से वह कुछ राशि प्रधानमंत्री राहत कोष में रुपये भेजना चाहती हैं।

महिला ने 51 हजार रुपये का चेक बैंक प्रबंधक को सौंपा। चेक में गलती से इतनी रकम न भर गई हो, इसकी पुष्टि को बैंक प्रबंधक ने उन्हें बताया कि यह चेक तो 51 का हजार को है तो महिला ने हामी भरी। महिला ने 11 हजार का चेक जरूरत मंदों को खाना खिलाने के लिए अलग से दिया। तीन रोज बाद महिला ने फिर से बैंक प्रबंधक को अपने घर बुलाया और उन्हें 51 हजार का चेक सीएम राहत कोष के लिए दिया। बैंक प्रबंधक ने बैंक स्टाफ के साथ यह बात साझा की तो उन्होंने महिला की खुले मन से तारीफ की। बैंक प्रबंधक ने बुजुर्ग महिला की भावनाएं प्रधानमंत्री तक पहुंचाने के लिए पत्र लिखा है।

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