अतिक्रमण हटने के बाद व्यापारियों ने शुरू किया अवैध निर्माण, 21 पर मुकदमा
हाईकोर्ट के आदेश के बाद प्रेमनगर क्षेत्र के अतिक्रमण हटने के बाद व्यापारियों ने फिर से अवैध निर्माण शुरू कर दिया। ऐसे 21 लोगों के खिलाफ कैंट प्रशासन में मुकदमा दर्ज कराया है।
देहरादून, [जेएनएन]: प्रेमनगर क्षेत्र में व्यापारियों को अब कानून का भय भी नहीं रहा। हाईकोर्ट के आदेश पर अतिक्रमण हटाया गया, पर वे फिर अवैध निर्माण में जुट गए हैं। ऐसे 21 लोगों के खिलाफ प्रेमनगर पुलिस ने कैंट बोर्ड की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया है। छावनी परिषद देहरादून के मुख्य अधिशासी अधिकारी जाकिर हुसैन ने इस संबंध में एसएसपी निवेदिता कुकरेती को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की थी।
हाल में प्रेमनगर, केहरी गांव और मिट्ठीबेहड़ी में अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई के तहत करीब 200 पक्के निर्माण ध्वस्त किए गए थे। जहां अब कुछ लोगों ने दोबारा से निर्माण व मरम्मत कार्य शुरू कर दिया है। इसकी सूचना मिलते ही कैंट बोर्ड ने एक सार्वजनिक सूचना जारी की।
इसमें कहा गया कि कोई भी व्यक्ति कैंट बोर्ड की अनुमति के बगैर मरम्मत कार्य शुरू न करे। बावजूद इसके लोगों ने निर्माण जारी रखा। मंगलवार को टीम अवैध निर्माण तोड़ने पहुंची तो लोगों ने विरोध शुरू कर दिया। इसके बाद कैंट बोर्ड की टीम ने कुल 21 लोगों को चिन्हित किया, जिन्होंने अवैध निर्माण किया है। इसके बाद कैंट बोर्ड सीईओ ने कैंट थाने में 21 लोगों के खिलाफ तहरीर दी। जिस पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है।
इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज
विक्की, सीमा मेडिकोज, मल्होत्रा स्टील वक्र्स, भूषण भाटिया, विजय पाल, लाल चंद, राम भाटिया (हर्ष इलेक्ट्रानिक), कपिल इंटरप्राइजेज, जैना भाटिया, सचदेवा बेकर्स, सुखचंद मल्होत्रा, अक्की चिकन शॉप, आकाश यादव, ओमपाल प्रधान, जितेंद्र भाटिया, मोहन लाल, गौरव, कंचन, किशनलाल पाहवा, संजीव व राकेश।
लगातार दो दिन टीम को लौटाया
कैंट बोर्ड की टीम ने लगातार दो दिन तक प्रेमनगर बाजार में अतिक्रमण के खिलाफ अभियान की तैयारी की। पर कैंट बोर्ड को पुलिस का सहयोग नहीं मिला। व्यापारियों के विरोध के कारण टीम को बैरंग लौटना पड़ा। कैंट बोर्ड का कहना है कि इस संबंध में प्रेमनगर थाने में तहरीर दी गई थी। वहां से कोई रिस्पांस नहीं मिला। जिस पर एसएसपी को पत्र भेजा गया। तब जाकर मुकदमा लिखने की कार्रवाई हुई है।
एमडीडीए और डीएम से सर्वे की मांग
छावनी परिषद के मुख्य अधिशासी अधिकारी जाकिर हुसैन ने एमडीडीए और जिलाधिकारी को भी इस संबंध में पत्र भेजा है। सीईओ ने कहा कि कुछ जनप्रतिनिधि स्थानीय लोगों को भड़का रहे हैं कि यह क्षेत्र ग्राम समाज में है। उन्होंने एमडीडीए और जिलाधिकारी को पत्र के माध्यम से इस क्षेत्र का सर्वे करने की मांग की है। ताकि स्थिति स्पष्ट हो जाए।
प्रेमनगर बाजार में विधायक की शह पर फिर अतिक्रमण
प्रेमनगर बाजार में ध्वस्तीकरण के एक माह बाद फिर अतिक्रमण होने लगा है। बताया जा रहा कि क्षेत्रीय विधायक के इशारों पर व्यापारियों ने यहां खाली हुई जमीन पर निर्माण शुरू कर दिया है। इससे बाजार का बोटलनेक फिर अतिक्रमण की जद में आ गया है।
हाईकोर्ट के आदेश पर करीब ढाई माह बाद जिला प्रशासन ने प्रेमनगर बाजार के अतिक्रमण पर बड़ी कार्रवाई की थी। इस कार्रवाई की प्रदेशभर में तारीफ भी हुई। इस दौरान यहां करीब 227 कच्चे-पक्के अतिक्रमण ध्वस्त किए गए थे।
विधानसभा सत्र, इन्वेस्टर्स समिट और अब निकाय चुनाव के चलते यहां अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई पर ब्रेक लग गया। इसी का फायदा उठाते हुए व्यापारियों ने पहले बची हुई जगह पर टिनशेड बनाने शुरू किए। यहां बाजार में पांच से ज्यादा एंगल डालकर दुकानें तैयार हो रही हैं।
यहां कैंट विधायक हरबंस कपूर पहुंचे। बताया जा रहा कि व्यापारियों के साथ बैठक करने के बाद विधायक ने कहा कि बाजार की जमीन बंजर और पंचायत की है। ऐसे में कैंट बोर्ड का इस पर कोई हक नहीं है। विधायक ने व्यापारियों को जहां जितनी जमीन बची है, उस पर दुकानें बनाने को कहा। विधायक की शह मिलते ही बाजार में एक साथ 14 से ज्यादा व्यापारियों ने दोबारा दुकानें बनाने का काम शुरू कर दिया।
कैंट बोर्ड कर रहा उत्पीड़न
कैंट विधायक हरबंस कपूर के अनुसार जिला प्रशासन ने अतिक्रमण हटाने के बाद यहां पिलर लगा दिए हैं। त्योहार सिर पर है। ऐसे में व्यापारियों को अपनी जगह पर दुकानों की मरम्मत करने को कहा है। कैंट बोर्ड व्यापारियों का उत्पीडऩ कर रहा है। चार फुट हो या फिर 10 फुट, सभी व्यापारी अपनी जगह दुकान बना सकते हैं।
दोबारा अतिक्रमण पर होगी कड़ी कार्रवाई
जिलाधिकारी एसए मुरूगेशन के अनुसार प्रेमनगर बाजार में अतिक्रमण की बात संज्ञान में नहीं है। दोबारा अतिक्रमण करने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। यहां शेष अतिक्रमण हटाने पर भी जल्द निर्णय लिया जाएगा। इसे लेकर अधीनस्थों से रिपोर्ट मांगी जाएगी।
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