रायवाला के आडवाणी कॉलोनी में जलभराव से 200 परिवार खतरे में, SDRF कर रही है रेस्क्यू
रायवाला के आडवाणी कॉलोनी में 200 परिवार जलभराव से परेशान हैं। तेज बारिश और भूमिगत जल स्रोत फूटने से कॉलोनी में पानी भर गया है। प्रशासन ने पंप लगाए हैं लेकिन पानी का बहाव तेज है। ग्राम प्रधान ने एसडीआरएफ को सूचित किया और टीम लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की तैयारी कर रही है। अगस्त 2023 में भी ऐसी ही स्थिति थी जिससे लोग चिंतित हैं।

जागरण संवाददाता, रायवाला। ग्राम सभा रायवाला स्थित आडवाणी काॅलोनी के 200 परिवार खतरे की जद में है। कुछ दिनों से लगातार हो रही तेज वर्षा और आसपास भूमिगत जलवस्रोत फूटने से कालोनी में जलभराव हो रहा है।
जल निकासी के लिए प्रशासन ने तीन मोटर पम्प मौके पर लगाई हैं मगर यह नाकाफी साबित हो रहे हैं। जमीन से निकल कर कालोनी में भर रहे पानी की गति लगातार तेज होती जा रही है। ग्राम प्रधान सागर गिरि ने इसकी सूचना एसडीआरएफ को दी। जिसके बाद गुरुवार सुबह एसडीआर की टीम मौके पर पहुंच गई है।
टीम जल्द ही लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने का कार्य शुरू करेगी। वहीं, लगातार हो रही वर्षा और प्राकृतिक जल स्रोत फूटने से पानी तेजी से काॅलोनी में भर रहा है। जिससे लोग न केवल परेशान हैं बल्कि दहशत में भी हैं।
अगस्त 2023 में जलमग्न हो गयी थी काॅलोनी
तब,आलम यह था कि एफडीआरएफ ने बोट की मदद से करीब दो दर्जन परिवारों को निकाल सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। करीब दो महीने तक लगातार चार जगह पर मोटर पंप लगाकर जल निकासी कराई गई।
जलभराव से 23 घर पूरी तरह पानी में डूब गए थे। घरेलू सामान, खाद्य सामग्री पूरी तरह नष्ट हो गयी। अब एक बार फिर अगस्त 2023 जैसी स्थिति बनने से स्थानीय लोग बेहद चिंतित हैं।
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जल स्रोत बन रहे मुसीबत का सबब
दरअसल, टिहरी बांध विस्थापन कार्यों के तहत करीब तीन वर्ष पूर्व आडवाणी काॅलोनी के ऊपरी तरफ स्थित पहाड़ी क्षेत्र का समतलीकरण किया गया। जिसमें टिहरी के रौलाकोट गांव के 109 परिवारों को बसाया जाना है।
समतलीकरण के दौरान बड़े पैमाने पर खनन कर भू-संरचना को बदला गया। जिसके बाद बरसात में यहां कई जल स्रोत फूट गए हैं और निचली तरफ स्थित आडवाणी काॅलोनी में जलभराव होने लगा। अब यह जल स्रोत हर बरसात में फूट जाते है।
वहीं भौगोलिक रूप से आडवाणी कालोनी कटोरानुमा गहरी भू-संरचना वाले क्षेत्र में बसी है। जिसमें बरसाती पानी की निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है।
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