लखीमपुर खीरी की घटना के विरोध में हरीश रावत समेत 100 कार्यकर्त्ताओं ने दी गिरफ्तारी, जानें- क्या बोले
Lakhimpur Kheri incident नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने कहा किसानों के ऊपर जीप चढ़ाकर कुचलने की घटना बेहद दुर्भाग्य पूर्ण है। इसकी उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के समेत 40 कांग्रेस कार्यकत्ताओं ने अपनी गिरफ्तारी दी है।

जागरण संवाददाता, देहरादून। Lakhimpur Kheri incident उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में किसानों की मौत मामले को लेकर प्रदेशभर में कांग्रेसियों ने प्रदर्शन किए। दून में पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रचार अभियान समिति के अध्यक्ष हरीश रावत ने समर्थकों के साथ एसएसपी कार्यालय परिसर में धरना दिया। इसके बाद उन्होंने करीब सौ कांग्रेसियों के साथ गिरफ्तारी दी। उधर, हरिद्वार व रुड़की में भी जगह-जगह किसानों व कांग्रेस नेताओं ने हाईवे जाम कर विरोध प्रदर्शन किए।
सोमवार दोपहर 12 बजे के करीब पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत एसएसपी कार्यालय के बाहर धरने पर बैठे। उन्होंने कहा कि लखीमपुर खीरी में किसानों के ऊपर जीप चढ़ाकर कुचलने की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। आरोप लगाए कि केंद्र की हत्यारी सरकार अब हिटलरशाही व दमनकारी नीति पर उतर आई है। केंद्र सरकार बदले की भावना से कार्य कर रही है। आज देश में भय का माहौल है। आरोप लगाए कि तीन कृषि काले कानून वापस लेने के बजाय किसानों को गाड़ियों से कुचलने का षड़यंत्र रचा जा रहा है।
कहा कि खीरी के सांसद व गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र के कार्यक्रम के दौरान किसानों पर जीप चढ़ाकर कुचला गया, यह घटना नहीं, बल्कि हत्या की गई है। किसानों की मौत मामले में नामजद गृह राज्यमंत्री के बेटे को गिरफ्तार किया जाए और हत्या का मुकदमा दर्ज किया जाए। गृहराज्य मंत्री को तत्काल अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए। आरोप लगाए कि भाजपा सत्ता के नशे में चूर होकर इस तरह के कृत्य को अंजाम दे रही है।
कहा कि स्थानीय पुलिस ने प्रियंका गांधी से भी अभद्रता की। जिसकी कांग्रेस कड़ी निंदा करती है। करीब डेढ़ बजे पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, पूर्व विधायक राजकुमार, महानगर कांग्रेस अध्यक्ष लालचंद शर्मा, ओम सती, मोहन काला, संग्राम सिंह पुंडीर, अमरजीत सिंह, राजीव जैन, फारुख, सुनील राठी आदि करीब सौ कांग्रेसियों ने गिरफ्तारियां दी। गिरफ्तारी के बाद सभी कांग्रेसियों को पुलिस बंदी वाहन में रेसकोर्स लेकर गई और वहां से उन्हें रिहा कर दिया गया।
एनएसयूआइ ने केंद्र का पुतला फूंका
लखीमपुर खीरी में किसानों की मौत मामले का विरोध करते हुए एसएसयूआइ ने डीएवी कालेज चौक पर केंद्र सरकार का पुतला फूंका। छात्र नेता उदित थपलियाल ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार, उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड की सरकारें किसानों का दमन कर रही है। इस मौके पर एनएसयूआइ से अंकित बिष्ट, नमन शर्मा, भव्या शर्मा, खुशी रावत, हरीश जोशी आदि मौजूद रहे।
हरिद्वार में कांग्रेस विधायक और कार्यकर्त्ताओं का प्रदर्शन
लखीमपुर खीरी में हुई घटना के विरोध में कांग्रेस विधायक काजी निजामुद्दीन, फुरकान अहमद और ममता राकेश के नेतृत्व में बड़ी संख्या में कांग्रेसी कार्यकर्त्ता और समर्थक रोशनाबाद पहुंचे। काली पट्टी बांधकर कार्यकर्त्ता एसएसपी कार्यालय के बाहर धरना देकर बैठ गए। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ योगेंद्र सिंह रावत कांग्रेसी विधायक और कार्यकर्त्ताओं से बात कर रहे हैं। वहीं, शहर कांग्रेस कमेटी की तरफ से देवपुरा चौक के पास उत्तर प्रदेश सरकार का पुतला फूंक कर प्रदर्शन किया गया है।
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डोबरा-चांठी पुल के बाहर कांग्रेस का प्रदर्शन
टिहरी में डोबरा-चांठी पुल के समीप झील थाने के बाहर कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने केंद्र और राज्य सरकार का पुतला फूंका। लखीमपुर खीरी में हुई घटना के विरोध में उन्होंने धरना भी दिया। किशोर उपाध्याय ने कहा कि जब प्रियंका गांधी किसानों के दुख में शरीक होने लखीमपुर खीरी जा रही थी तो उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया गाया।
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