Move to Jagran APP

यहां जल्दबाजी में शुरू की गई नई ओपीडी, व्यवस्थाओं की खल रही कमी

दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल की नई ओपीडी का जल्दबाजी में उद्घाटन तो कर दिया गया लेकिन एक पखवाड़े बाद भी सिस्टम ढर्रे पर नहीं आ पाया है।

By BhanuEdited By: Published: Tue, 19 Mar 2019 01:16 PM (IST)Updated: Tue, 19 Mar 2019 01:16 PM (IST)
यहां जल्दबाजी में शुरू की गई नई ओपीडी, व्यवस्थाओं की खल रही कमी
यहां जल्दबाजी में शुरू की गई नई ओपीडी, व्यवस्थाओं की खल रही कमी

देहरादून, जेएनएन। दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल की नई ओपीडी का जल्दबाजी में उद्घाटन तो कर दिया गया, लेकिन एक पखवाड़े बाद भी सिस्टम ढर्रे पर नहीं आ पाया है। 

prime article banner

किसी निजी अस्पताल की तरह नजर आने वाली नई ओपीडी बिल्डिंग सरकारी सिस्टम की भेंट चढ़ गई है। हाल यह है कि न मरीजों को यहां बैठने वाले चिकित्सकों की सही जानकारी मिल पा रही है और न ही शौचालय आदि की पर्याप्त सुविधा है। उस पर लिफ्ट भी बंद है। इससे मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।   

नए ओपीडी ब्लॉक के उद्घाटन के समय अस्पताल प्रशासन का दावा था कि नई बिल्डिंग बनने से सुविधाओं में इजाफा होगा और मरीजों को सहूलियत मिलेगी। अभी भी नई बिल्डिंग का निर्माण कार्य पूरा होने में महीने भर से ज्यादा का समय लग सकता है। 

यहां ग्राउंड फ्लोर में रजिस्ट्रेशन और दवाइयां मिल रही हैं। इसके बाद प्रथम तल में मनोरोग, माइनर ओटी, रेडियोलॉजी विभाग हैं। इसके बाद सेकेंड फ्लोर में बाल रोग और ईएनटी विभाग, जबकि तीसरे फ्लोर में चर्म रोग की ओपीडी है।

स्थिति यह है कि इन सबकी जानकारी देने केलिए न कोई कर्मचारी है और न लिफ्ट ही चल रही है। इतना ही नहीं शौचालय भी अभी तक तैयार नहीं हुए हैं। जो शौचालय बने हैं, उनमें ताले लगे हैं। 

दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. केके टम्टा के अनुसार निर्माणदायी संस्था को जल्द काम पूरा करने को कहा गया है। शौचालय और लिफ्ट की सुविधा सबसे पहले सुचारु कराई जाएगी। यूपीआरएनएन के परियोजना प्रबंधक की चुनाव ड्यूटी लग जाने के कारण कुछ दिक्कत आ रही है। 

गर्मी आते ही बढ़ गए ओपीडी में मरीज 

जैसे-जैसे गर्मी बढ़ रही है, बीमारियों ने पैर पसारने शुरू कर दिए हैं। सरकारी के साथ निजी अस्पतालों में मरीजों की भीड़ बढ़ने लगी है। बच्चे ही नहीं बुजुर्ग भी बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। 

दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल में न केवल शहर बल्कि पहाड़ के दूरस्थ इलाकों व यूपी-हिमाचल के सीमावर्ती क्षेत्रों से भी मरीज इलाज के लिए आते हैं। वर्तमान समय में अस्पताल की ओपीडी डेढ़ हजार के करीब रहती है। पर पिछले कुछ दिनों से इसमें बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है। 

हाल में मरीजों की संख्या दो हजार के करीब पहुंच गई है। चिकित्सा अधीक्षक डॉ. केके टम्टा ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से मरीजों का अत्यधिक दबाव है। इस वक्त मौसम तेजी से बदल रहा है। हर दिन पारा उछाल ले रहा है। ऐसे में वायरल के मरीज काफी ज्यादा आ रहे हैं। 

इसके अलावा पेट से जुड़ी दिक्कत भी लोगों को हो रही है। उनका कहना है कि मौसम के बदलाव को हल्के में न लें। साफ सफाई का विशेष ध्यान रखें। पानी ज्यादा से ज्यादा पिएं। दिन में गर्म और सुबह-शाम हल्की ठंडक रहती है। ऐसे में कपड़े पहनने को लेकर भी लापरवाही न बरतें। एकाएक कपड़े कम न करें। 

यह भी पढ़ें: दून अस्पताल में मरीजों को मिलेगी राहत, अब नहीं होगी बेड की दिक्कत

यह भी पढ़ें: दून अस्पताल पर कम होगा 'बूढ़ी' मशीनों का बोझ, जल्द मिलेगी राहत 

यह भी पढ़ें: दून में झोलाछाप पर की गई बड़ी कार्रवाई, चार क्लीनिक किए सील


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.
OK