Dehradun: विदेश में नौकरी दिलाने और वीजा लगवाने का दिया झांसा, बेरोजगार युवाओं से साढ़े नौ लाख रुपये हड़पे
देहरादून में विदेश में नौकरी और वीजा के नाम पर बेरोजगार युवाओं से साढ़े नौ लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। डालनवाला पुलिस ने एक्स ट्रेवल इमिग् ...और पढ़ें

सांकेतिक तस्वीर।
जागरण संवाददाता, देहरादून: विदेश में नौकरी दिलाने और वीजा लगवाने का झांसा देकर बेरोजगार युवाओं से साढ़े नौ लाख रुपये की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। डालनवाला कोतवाली पुलिस ने करनपुर स्थित एक्स ट्रेवल इमिग्रेशन एडवाइजर के मालिक समेत पांच आरोपितों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि यह कोई अकेला मामला नहीं, बल्कि इससे पहले भी कई युवकों से इसी तरह रकम हड़पी जा चुकी है।
डालनवाला कोतवाली में जिला आंबेडकर नगर (उत्तर प्रदेश) के निजामुद्दीन नगर निवासी मोहम्मद रोशन ने तहरीर दी। बताया कि उन्होंने अपने भाई मोहम्मद जौव्वाद और मित्र सुशील को रूस भेजने के लिए देहरादून के करनपुर क्षेत्र में संचालित एक्स ट्रेवल इमिग्रेशन के मालिक मोहम्मद चांद से संपर्क किया था। बातचीत में प्रति व्यक्ति एक लाख, 90 हजार रुपये में वीजा और विदेश भेजने का सौदा तय हुआ था।
आरोप है कि इसके बाद अलग-अलग तिथियों में फोन-पे के माध्यम से दो लाख, दस हजार रुपये ट्रांसफर किए गए। काम आगे न बढ़ने पर आरोपित ने आश्वासन दिया कि एक माह के भीतर वीजा नहीं लगा तो रकम वापस कर दी जाएगी, लेकिन समय-सीमा बीतने के बावजूद न तो वीजा मिला और न ही रुपये वापस किए गए, जिसके बाद पीड़ित को ठगी का अहसास हुआ।
जांच के दौरान यह भी सामने आया कि आरोपितों ने अन्य युवकों से भी इसी तरह धोखाधड़ी की है। राहुल, मित्रसेन और नाजिम से वीजा के नाम पर करीब सात लाख रुपये लिए गए थे। पीड़ित राहुल ने इस संबंध में अपने गृह जनपद आंबेडकर नगर के थाना बसखारी में पहले ही शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस का मानना है कि ठगी का यह नेटवर्क कई लोगों तक फैला हो सकता है।
डालनवाला पुलिस ने मोहम्मद रोशन की शिकायत पर मोहम्मद चांद, मोहम्मद साजिद, मोहम्मद शोएब, जितेश पाल व शहबाज के खिलाफ धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि दस्तावेजों और लेनदेन के विवरण की जांच की जा रही है, साथ ही अन्य संभावित पीड़ितों से भी संपर्क किया जा रहा है।
पहले भी सामने आ चुके हैं ऐसे मामले
देहरादून में बीते कुछ वर्षों के दौरान विदेश भेजने के नाम पर ठगी के कई मामले सामने आ चुके हैं। फर्जी या बिना पंजीकरण वाली इमिग्रेशन एजेंसियों ने युवाओं को विदेश में नौकरी व मोटी तनख्वाह का सपना दिखाकर लाखों रुपये ऐंठे। कई मामलों में आरोपित आफिस बंद कर फरार हो गए, जबकि कुछ को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा है।
इसके बावजूद ठग नये-नये तरीकों से युवाओं को अपने जाल में फंसा रहे हैं। पुलिस ने युवाओं से अपील की है कि विदेश जाने से पहले पूरी जानकारी और जांच-पड़ताल जरूर करें, ताकि मेहनत की कमाई ठगों के हाथ न लगे।
ठगी से बचाव के लिए जरूरी कदम
- विदेश भेजने वाली एजेंसी का पंजीकरण और लाइसेंस जरूर जांचें।
- किसी भी एजेंट को बड़ी रकम नकद देने से बचें, हर भुगतान का लिखित और डिजिटल रिकार्ड रखें।
- वीजा, आफर लेटर और नौकरी से जुड़े दस्तावेज स्वयं सत्यापित करें।
- बिना सरकारी मान्यता और स्पष्ट पता वाली एजेंसियों से दूरी बनाए रखें।
- बहुत कम समय में विदेश भेजने या मोटी कमाई के दावे पर आंख मूंदकर भरोसा न करें।
- किसी भी तरह के संदेह या ठगी की आशंका होने पर तुरंत पुलिस में शिकायत दर्ज कराएं।
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