क्रिकेट एसोसिएशन विवाद : लिखित शिकायत मिलने पर ही दिए जाएंगे जांच के निर्देश
उत्तराखंड टीम के मुख्य कोच व पूर्व भारतीय क्रिकेटर वसीम जाफर के इस्तीफा देने के बाद मजहबी विवाद का मामला सामने आने पर मुख्यमंत्री ने साफ किया है कि इस मामले में लिखित शिकायत मिलने के बाद ही जांच के निर्देश दिए जाएंगे।

राज्य ब्यूरो, देहरादून। उत्तराखंड टीम के मुख्य कोच व पूर्व भारतीय क्रिकेटर वसीम जाफर के इस्तीफा देने के बाद मजहबी विवाद का मामला सामने आने पर मुख्यमंत्री ने साफ किया है कि इस मामले में लिखित शिकायत मिलने के बाद ही जांच के निर्देश दिए जाएंगे। वहीं, क्रिकेट एसोसिएशन आफ उत्तराखंड (सीएयू) फिलहाल इस मामले में अब खुद ही जांच कर रही है। इस मामले में एसोसिएशन फिलहाल सरकार को कोई शिकायत भी नहीं दे रही है।
उत्तराखंड टीम के मुख्य कोच वसीम जाफर ने कुछ समय पूर्व इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने सीएयू के सचिव महिम वर्मा व मुख्य चयन कर्ता रिजवान शमशाद पर टीम के चयन में दखल देने का आरोप लगाया था। वहीं, सचिव महिम का आरोप था कि जाफर का सीएयू के अधिकारियों से लगातार टकराव हो रहा था और वह टीम को तोडऩे का प्रयास कर रहे थे। इन तमाम आरोप प्रत्यारोप के बीच मामला तूल पकड़ता चला गया। इस पर कुछ दिनों पूर्व मुख्यमंत्री ने एसोसिएशन के कुछ पदाधिकारियों को इस प्रकरण पर बातचीत करने के लिए बुलाया। सूत्रों की मानें तो मुख्यमंत्री ने इस पर नाराजगी भी जताई थी और यह कहा था कि इस मामले को जल्दी सुलझाया जाए नहीं तो सरकार को इस पर हस्तक्षेप करना पड़ेगा।
मुख्यमंत्री के मीडिया समन्वयक दर्शन सिंह रावत ने कहा कि एसोसिएशन के कुछ सदस्यों ने मुख्यमंत्री के सामने इस प्रकरण पर मौखिक शिकायत की थी। जिस पर मुख्यमंत्री ने उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया था। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने स्पष्ट किया है कि मामले की लिखित शिकायत आने पर ही इसकी जांच के निर्देश दिए जाएंगे।
वहीं, सीएयू इस मामले को अपने स्तर पर ही हल करने में जुटी हुई है। सचिव महिम वर्मा का कहना है कि सीएयू अपने स्तर पर जांच करा रही है। संघ मामले में सरकार को कोई शिकायत नहीं दे रही है।
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