जनता दरबार में जहर खाकर पहुंचा फरियादी, मंत्री की गाड़ी से पहुंचाया अस्पताल
कृषि मंत्री सुुबोध उनियाल के जनता दरबार में एक फरियादी के ये कहने से हड़कंप मच गया कि वो जहर पीकर आया है। आनन-फानन में उसे अस्पताल पहुंचाया गया।
देहरादून, [राज्य ब्यूरो]: भाजपा मुख्यालय में शनिवार को लगे कृषि मंत्री सुबोध उनियाल के जनता दरबार में खुद को ट्रांसपोर्ट व्यवसायी बताने वाला एक फरियादी जहर खाकर पहुंच गया। उसने आरोप लगाया कि वह नोटबंदी और जीएसटी से परेशान है। प्रदेश सरकार में कोई सुनवाई नहीं हो रही है। इसी वजह से उसने जहर खा लिया है। इस घटना से भाजपा मुख्यालय में हड़कंप मच गया। आनन-फानन फरियादी को अस्पताल पहुंचाया गया। शाम को उसकी हालात खराब होते देख मैक्स अस्पताल रैफर कर दिया गया। उसकी स्थित गंभीर बनी हुई है। फरियादी ने अपना नाम प्रकाश पांडे, निवासी नई कालोनी, काठगोदाम नैनीताल बताया है। उधर, मैक्स में भर्ती प्रकाश पांडे को देखने के लिए केदारनाथ के विधायक मनोज समेत कई कांग्रेस नेता पहुंचे। हल्द्वानी में पूर्व काबीना मंत्री व नेता प्रतिपक्ष डॉ. इंदिरा हृदयेश ने भी उक्त व्यक्ति के घर पहुंचकर परिजनों से मुलाकात की।
शनिवार को दोपहर बाद करीब पौने दो बजे भाजपा मुख्यालय में जनता दरबार लगा था। कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल जनसमस्याएं सुन रहे थे। इस बीच हल्द्वानी निवासी प्रकाश पांडे वहां पहुंचा और भर्राई आवाज में सरकार को कोसने लगा। उसने बताया कि श्री सिद्धि विनायक के नाम से उसका ट्रांसपोर्ट व सप्लायर्स का काम है। वह सिस्टम से परेशान है। नोटबंदी व जीएसटी के कारण उसका कारोबार प्रभावित हो रहा है। उसने कहा कि सरकार में बिल्कुल काम नहीं हो पा रहे हैं। मुख्यमंत्री बेकार हैं। अब बहुत हो गया है।
उन्होंने कहा कि वह जहर खाकर आया है। यह कहकर उसने एक पुडिय़ा कैबिनेट मंत्री की टेबल पर रख दी। इससे मौजूद लोगों में हड़कंप मच गया। उसे तुरंत जनता दर्शन हॉल से बाहर लाया गया। इस दौरान वह कहता रहा कि केंद्र सरकार के कारण उसकी यह गत हुई है। इससे अच्छी तो हमारी कांग्रेस की सरकार थी। उसने कहा कि मजबूरी में उसे यह कदम उठाना पड़ रहा है। उसे तत्काल कृषि मंत्री की गाड़ी से दून अस्पताल भेजा गया। अस्पताल में डॉक्टरों ने उसे उल्टी कराई और सैंपल भी लिया। हालांकि, उसकी हालत खराब होती देख मैक्स अस्पताल रैफर कर दिया गया।
फरियादी प्रकाश पांडे ने बताया कि हल्द्वानी में उनका सिद्धि विनायक ट्रांसपोर्ट है। वो पिछले दस ग्यारह सालों से ट्रांसपोर्ट का काम कर रहा हूं। पिछले एक-डेढ़ साल से इतनी परेशानी हो गई है, उनके अलावा कई लोग हैं जिन्हें परेशानी का सामना करना पड़ा। उन्हें मजबूरी में यह कदम उठाना पड़ा। वो माफी चाहतेे हैं। उनका कहना है कि इससे अच्छी तो हमारी कांग्रेस की सरकार थी। नरेंद्र मोदी जी की वजह से ऐसा हुआ है।
वहीं कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा जो हुआ आपके सामने हुआ। उन्होंने प्रार्थना पत्र में बैंक से लोन दिलाने की बात कही है। अब जो व्यक्ति जहर खा ले उसे लोन कैसे दिला दें। इस मामले को लेकर उन्हें गंभीरता से काम करना चाहिए था। यह रास्ते कायरतापूर्ण रास्ते हैं। जिस तरह की बातें वह कर रहे हैं कि उससे लगता है कि वह राजनीतिक पूर्वाग्रह से ग्रसित थे।
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