सादगी से होगी आइएमए की पीओपी, राष्ट्रपति कोविन्द लेंगे परेड की सलामी, सेनाध्यक्ष के आने की संभावना
कुन्नूर में हेलीकाप्टर क्रैश में सीडीएस जनरल बिपिन रावत के निधन से शोकाकुल समूचे देश के साथ शोक में डूबी भारतीय सैन्य अकादमी (आइएमए) ने 11 दिसंबर को होने जा रही पासिंग आउट परेड (पीओपी) से जुड़े सभी समारोह निरस्त कर दिए हैं।
जागरण संवाददाता, देहरादून: कुन्नूर में हेलीकाप्टर क्रैश में सीडीएस जनरल बिपिन रावत के निधन से शोकाकुल समूचे देश के साथ शोक में डूबी भारतीय सैन्य अकादमी (आइएमए) ने 11 दिसंबर को होने जा रही पासिंग आउट परेड (पीओपी) से जुड़े सभी समारोह निरस्त कर दिए हैं। सेना मुख्यालय से मिले दिशा-निर्देशों के बाद अब पीओपी सादगी के साथ होगी। पूर्व निर्धारित परेड में राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द ही सलामी लेंगे। बता दें कि, पीओपी में जनरल रावत को भी आना था, लेकिन उनके निधन के बाद अब सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे आइएमए आ सकते हैं।
जनरल रावत के निधन के बाद आइएमए प्रशासन ने बुधवार देर शाम ही गुरुवार को होने वाली कमांडेंट परेड स्थगित कर दी थी और पीओपी को लेकर गुरुवार को आपात बैठक बुलाई थी। आइएमए प्रशासन ने यह बताया था कि गुरुवार की बैठक में पीओपी को लेकर अंतिम निर्णय लिया जाएगा। इस दौरान आइएमए प्रशासन ने सेना मुख्यालय से भी संपर्क किया। मुख्यालय से बातचीत व आपात बैठक के बाद आइएमए प्रशासन ने निर्णय लिया कि पीओपी निर्धारित दिन व निर्धारित वक्त पर 11 दिसंबर को ही होगी।
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आइएमए की जनसंपर्क अधिकारी लेफ्टि. कर्नल हिमानी पंत ने बताया कि पीओपी से पूर्व 10 दिसंबर को होने वाले समारोह अब निरस्त कर दिए गए हैं। इनमें लाइट-साउंड शो व मल्टी एक्टिीविटी डिस्पले शामिल हैं। पीओपी भी सादगीपूर्ण माहौल में होगी और रिव्यूइंग अफसर राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द ही रहेंगे। परेड के निरीक्षण के बाद राष्ट्रपति का संबोधन होगा। पीओपी में देश-विदेश के 387 जेंटलमैन कैडेट भाग लेंगे। जिनमें 319 जेंटलमैन कैडेट भारतीय जबकि बाकी 68 कैडेट आठ मित्र देशों (अफगानिस्तान, भूटान, श्रीलंका, नेपाल, मालद्वीव, म्यांमार, तंजानिया व तुर्किमेनिस्तान) के होंगे। परेड में कोविड प्रोटोकाल का पूरा ख्याल रखने के निर्देश दिए गए हैं।
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