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    IMA ने देश-दुनिया को दिए एक से बढ़कर एक नायाब अफसर, इस बार नौ मित्र देशों के 84 कैडेट होंगे पासआउट

    By Raksha PanthriEdited By:
    Updated: Wed, 09 Jun 2021 09:59 PM (IST)

    भारतीय सैन्य अकादमी ने देश-दुनिया को एक से बढ़कर एक नायाब अफसर दिए हैं। यहां प्रशिक्षण लेने वालों में न केवल देश बल्कि विदेशी कैडेट में शामिल रहते हैं। अकादमी के कड़े प्रशिक्षण व अनुशासन का लोहा मित्र देश भी मान रहे हैं।

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    IMA ने देश-दुनिया को दिए एक से बढ़कर एक नायाब अफसर।

    जागरण संवाददाता, देहरादून। भारतीय सैन्य अकादमी ने देश-दुनिया को एक से बढ़कर एक नायाब अफसर दिए हैं। यहां प्रशिक्षण लेने वालों में न केवल देश बल्कि विदेशी कैडेट में शामिल रहते हैं। अकादमी के कड़े प्रशिक्षण व अनुशासन का लोहा मित्र देश भी मान रहे हैं।

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    साल 1932 में 40 कैडेट के साथ अकादमी का सुनहरा सफर शुरू हुआ था। प्रथम बैच में फील्ड मार्शल सैम मानेक शॉ, म्यांमार के सेनाध्यक्ष स्मिथ डन और पाकिस्तान सेनाध्यक्ष मोहम्मद मूसा पास आउट हुए थे। तब से यह संस्थान जांबाज युवा अफसरों की फौज तैयार कर रहा है। खास बात यह कि अकादमी में मित्र देशों के भी कैडेट प्रशिक्षण लेते हैं।

    अब तक अकादमी मित्र देशों के ढाई हजार से अधिक युवाओं को प्रशिक्षित कर चुका है। इस बार भी पासिंग आउट बैच में 84 विदेशी कैडेट शामिल रहे हैं।

    किस देश के कितने कैडेट

    देश-कैडेट

    अफगानिस्तान-43

    भूटान-18

    तजाकिस्तान-13

    मारीशस-04

    वियतनाम-02

    श्रीलंका-01

    टोंगा-01

    मालदीव-01

    किर्गिसतान-01

    425 कैडेट होंगे पास आउट

    भारतीय सैन्य अकादमी (आइएमए) से शनिवार को 425 कैडेट पास आउट होंगे, जिसमें 341 भारतीय सेना का हिस्सा बनेंगे, जबकि 84 विदेशी कैडेट हैं। कड़े प्रशिक्षण के बाद सैन्य अफसर बनने से महज कुछ कदम दूर जेंटलमैन कैडेट को बुधवार को उनकी काबिलियत का इनाम मिला। मौका था अवार्ड सेरेमनी का, जिसमें उन्हें व्यक्तिगत उत्कृष्टता और रोलिंग ट्रॉफियों से नवाजा गया। अकादमी के कमाडेंट लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह ने भावी अफसरों को देश की आन, बान और शान की रक्षा का मूलमंत्र दिया।

    इस दौरान कोरोना संक्रमण के मद्देनजर शारीरिक दूरी के नियमों का भी पूरा पालन किया गया। अकादमी के वरिष्ठ सैन्य अधिकारी से लेकर कैडेट तक मास्क पहने दिखे। वहीं सभागार में हर व्यक्ति एक-दूसरे से निश्चित दूरी बनाए था। आइएमए के खेत्रपाल सभागार में आयोजित समारोह में कमांडेंट ने कहा कि देश प्रत्येक युवा अधिकारी से तत्परता, दृढ़ता, फरमाबरदारी और वफादारी की उम्मीद रखता है।

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