घटनास्थल पर खून न मिलना कर रहा हत्या की ओर इशारा, पुलिस कर रही जांच
साइबर कैफे संचालक की मौत मामले में परिजनों ने भी हॉस्टल के छात्रों पर हत्या का आरोप लगाया। साथ ही उन्होंने घटना को हादसा बता रही पुलिस पर भी कई सवाल दागे।
देहरादून, जेएनएन। साइबर कैफे संचालक की मौत मामले में परिजनों ने भी हॉस्टल के छात्रों पर हत्या का आरोप लगाया। साथ ही उन्होंने घटना को हादसा बता रही पुलिस पर भी कई सवाल दागे। परिजनों का कहना है कि कपिल के पेट में गहरा जख्म था। इसके बावजूद घटनास्थल पर खून की एक भी बूंद न होना साफ तौर पर हत्या की ओर इशारा कर रहा है। उन्होंने हॉस्टल के छात्रों के खिलाफ जल्द पुलिस को शिकायत देने की बात भी कही है।
डीबीएस पीजी कॉलेज के सामने स्थित हॉस्टल के बाहर साइबर कैफे संचालक कपिल देव का शव मिला था। शव लोहे की रेलिंग के नीचे दबा हुआ था। इस मामले में पुलिस का कहना है कि हॉस्टल के बगल में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज निकलवाने पर पता चला कि युवक भोर में करीब पौने चार बजे हॉस्टल की छत पर चढ़ने की कोशिश कर रहा था। इसी दौरान रेलिंग उखड़ गई और वह रेलिंग समेत नीचे गिर गया। डीआइजी अरुण मोहन जोशी भी मौके पर पहुंचे थे। सीसीटीवी फुटेज और हॉस्टल के छात्रों से पूछताछ के बाद उन्होंने कहा था कि प्रथमदृष्टया दुर्घटनावश मौत होने की बात सामने आई है।
इस पर सवाल खड़ा करते हुए गुरुवार को मृतक की बहन प्रतिभा ने कहा कि कपिल के पेट में गहरा जख्म था। लेकिन, शव मिलने के स्थान पर खून की एक भी बूंद नहीं थी। अगर कपिल के पेट में जख्म रेलिंग का कोई नुकीला हिस्सा घुसने से हुआ था तो उसके कपड़े भी फटने चाहिए थे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इसके अलावा घटना से पहले कैमरे भी बंद थे। यह सभी तथ्य हत्या की ओर इशारा कर रहे हैं।
वहीं, डालनवाला कोतवाली के कोतवाल मणिभूषण श्रीवास्तव ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। पोस्टमार्टम की फाइनल रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति पूरी तरह स्पष्ट हो पाएगी।
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