Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    हीमोफीलिया से जंग: मरीज को अब नजदीकी अस्पताल में मिलेगी दवा

    By Edited By:
    Updated: Thu, 08 Oct 2020 03:06 PM (IST)

    हीमोफीलिया के मरीजों के लिए राहत भरी खबर है। उन्हें अब हीमोफीलिया फैक्टर नजदीकी अस्पताल में ही उपलब्ध होगा। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की मिशन निदेशक सोनिका ने समस्त मुख्य चिकित्साधिकारियों को इस बावत व्यवस्था बनाने के निर्देश दिए हैं।

    लॉकडाउन में मरीजों को हीमोफीलिया फैक्टर के ल‍िए अत्याधिक मुश्किल का सामना करना पड़ा।

    देहरादून,जेएनएन। हीमोफीलिया के मरीजों के लिए राहत भरी खबर है। उन्हें अब हीमोफीलिया फैक्टर नजदीकी अस्पताल में ही उपलब्ध होगा। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की मिशन निदेशक सोनिका ने समस्त मुख्य चिकित्साधिकारियों को इस बावत व्यवस्था बनाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने हीमोफीलिया कार्यक्रम के लिए अधिकारी नामित करने और तत्काल मरीजों को निकटवर्ती चिकित्सा इकाई में उपचार प्रदान कराने को कहा है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    अभी तक हीमोफीलिया के रोगियों को उपचार के लिए दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय, बेस चिकित्सालय हल्द्वानी व संयुक्त चिकित्सालय कोटद्वार में ही निश्शुल्क हीमोफीलिया फैक्टर उपलब्ध कराए जाते हैं। जिस कारण इस बीमारी से ग्रसित मरीजों को सही समय पर उपचार के लिए दवाएं नहीं मिल पाती हैं और नए रोगियों को सरकार की इस सुविधा का समुचित लाभ भी नहीं मिल पाता है। खासकर लॉकडाउन में मरीजों को अत्याधिक मुश्किल का सामना करना पड़ा। ऐसे में मरीजों को अब उनके नजदीकी चिकित्सालयों में निश्शुल्क हीमोफीलिया फैक्टर उपलब्ध कराया जाएगा। बता दें कि प्रदेश में हीमोफीलिया के करीब 208 मरीज हैं। जिनमें 152 गढ़वाल मंडल व 56 कुमाऊं मंडल में हैं। हीमोफीलिया एक आनुवाशिक रक्त विकार है। जिसमें अंदरूनी या बाहरी चोट लगने पर खून का थक्का नहीं बनता। जिसके कारण जोड़ों में सूजन से विकलागता होने का भय बना रहता है। इलाज के अभाव में जान जाने को भी जोखिम बना रहता है। फैक्टर ना मिलने पर असहनीय दर्द व परेशानी से मरीज को दो चार होना पड़ता है।

    यह भी पढ़ें: डेढ़ साल में भी नहीं मिला पेयजल कनेक्शन, भड़के लोगों ने घेरा जल संस्थान का दफ्तर

    मिशन निदेशक की ओर से चिह्नित मरीजों की सूची भी जनपदों को भेजी गई है। मुख्य चिकित्साधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि इसी अनुरूप हीमोफीलिया फैक्टर की डिमाड स्वास्थ्य महानिदेशालय को भेज दें। इधर, हीमोफीलिया फेडरेशन ऑफ इंडिया की रीजनल काउंसिल के चेयरमैन दीपक सिंघल का कहना है कि सरकार की इस पहल से मरीजों की बड़ी समस्या दूर हो गई है। 

    किस-किस फैक्टर की जरूरत 

    • 70 फीसद मरीज फैक्टर-8 
    • 20 फीसद मरीज फैक्टर-9 
    • 10 फीसद मरीज फैक्टर-7, 10, 5, 13 व वीडब्ल्यूडी

    यह भी पढ़ें: Containment Zone: कंटेनमेंट जोन बनाने को लेकर जिलाधिकारी तक के आदेश की अनदेखी

     

    comedy show banner
    comedy show banner