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    उत्तराखंड के इन सात जिलों में भारी बारिश की चेतावनी, जानिए

    By Raksha PanthariEdited By:
    Updated: Wed, 24 Jul 2019 08:19 PM (IST)

    उत्तराखंड के सात जिलों में गुरुवार को भारी से भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। जिसको लेकर प्रशासन भी अलर्ट पर है।

    उत्तराखंड के इन सात जिलों में भारी बारिश की चेतावनी, जानिए

    देहरादून, जेएनएन। उत्तराखंड में मौसम विज्ञान केंद्र ने सात जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। गुरुवार को देहरादून, पौड़ी, हरिद्वार, नैनीताल, चंपावत, पिथौरागढ़ और ऊधम सिंह नगर में भारी से भारी बारिश हो सकती है। जिसके मद्देनजर प्रशासन को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं, पर्वतीय क्षेत्रों में हो रही हल्की बारिश के बाद भी पहाड़ों से मलबा गिर रहा है। मंगलवार रात को हल्की बारिश के बाद ऋषिकेश-गंगोत्री हाइवे उत्तरकाशी जिले के चंगी-बड़ेथी के पास दिनभर अवरुद्ध रहा। 

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    उत्तराखंड में बारिश का दौर जारी है, जिसके चलते भूस्खलन होने से 57 संपर्क मार्ग बंद हैं। रुद्रप्रयाग में गौरीकुंड हाइवे पत्थर गिरने से चार घंटे ठप रहा। देहरादून में दिन के समय कुछ क्षेत्रों में एक दौ दौर तेज बौछारें पड़ी। गंगोत्री हाइवे पर टिहरी के आगराखाल बाजार में ऊपर पहाड़ी से मलबा गिरने से दो खोखे क्षतिग्रस्त हो गए। 

    बारिश से हरिद्वार में जलभराव 

    वहीं, बुधवार की शाम को हरिद्वार जिले में हुई बारिश के चलते चंद्राचार्य चौक क्षेत्र में और भगत सिंह रेलवे पुलिया के नीचे जलभराव हो गया। इससे कांवड़ यात्रियों के साथ ही लोगों को कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ा। वहीं, दिनभर की तपिश के बाद रुड़की में भी कुछ जगहों पर हल्की बारिश हुई। 

    चार घंटे रहा हाइवे बंद  

    नंदप्रयाग में भूस्खलन से हाइवे बंद होने से लगी वाहनों की कतार चमोली जिले के नंदप्रयाग में तड़के चट्टान टूटने से हाइवे चार घंटे बंद रहा, जिससे लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। बताया जा रहा है कि सुबह करीब पांच बजे हाइवे पर नंदप्रयाग के पास भारी भरकम चट्टान टूट गई, जिससे हाइवे बंद हो गया। एनएच महकमे की मशीने देरी से मौके पर पहुंची। सात बजे के करीब हाइवे पर मलबा हटाने का कार्य शुरू हुआ और नौ बजे हाइवे यातायात के लिए सुचारू हो पाया।  

    पौड़ी में 10 मोटर मार्ग बंद

    वहीं, पौड़ी में रुक रुक कर हो रही बारिश के कारण दस मोटर मार्गों पर यातायात बाधित रहा। हालांकि अवरुद्ध मोटर मार्गों को खोलने के लिए संबंधित विभाग प्रयासरत है। बुधवार को जनपद के राज्यमार्ग थलीसैंण-बूंगीधार-जैनल-मानिला मोटरमार्ग पर भी तीन घंटे यातायात बंद रहा। लोनिवि ने कड़ी मशक्कत के बाद जेसीबी की मदद से बंद मोटरमार्ग को यातायात के लिए खोला। इसके अलावा जिले के कौडियाला-व्यासघाट, अरकनी-जनासू, नोडखाल-सिंगटाली, रैतपुर-तिलस्या, टकोलीखाल-बीरोंखाल, पैठाणी-बड़ेथ, चंगीन-कुचौली, स्योली-डाटपुल से मल्ली स्योली, ढौर सकल्याणा मोटरमार्ग, एनएच 121 से सुनारगांव मोटरमार्ग पर यातायात बंद रहा। 

    अधिकारियों को सर्तक रहने के निर्देश 

    मौसम विभाग की चेतावनी को देखते हुए जिलाधिकारी ने अधिकारियों को सर्तक और तत्परता बनाए रखने के निर्देश दिए हैं। मौसम विभाग अगले 48 घंटों में भारी वर्षा की संभावना व्यक्त की है। जिलाधिकारी धीराज गब्र्याल ने जनपद के अधिकारियों को प्रत्येक स्तर पर तत्परता बनाए रखते हुए सावधानी, सुरक्षा, और आवागमन में नियंत्रण बरतने के निर्देश दिए हैं। साथ ही आम नागरिकों को बरसात के दौरान नदी, नाले और तटीय क्षेत्र में न जाने को कहा है। दैवीय आपदा से संबंधित घटना की जानकारी प्राप्त होने पर देवीय आपदा परिचालन केंद्र में सूचित करने को कहा है। डीएम ने अधिकारियों को मोबाइल स्विच ऑफ न करने के भी निर्देश दिए हैं।

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