ऑनलाइन मंच पर बढ़ा लोक कलाकारों का उत्साह
मंच पर घंटों तक प्रस्तुति देने के बाद हौसला अफजाई को लेकर दर्शकों की जिन तालियों के लिए युवा लोक कलाकार तरसते थे उससे कई गुना ज्यादा उत्साह इन दिनों उनके ऑनलाइन मंच से बढ़ रहा है। श्रोताओं के कमेंट लाइक और शेयर से नई पहचान दिला रहे हैं।

जागरण संवाददाता, देहरादून: मंच पर घंटों तक प्रस्तुति देने के बाद हौसला अफजाई को लेकर दर्शकों की जिन तालियों के लिए युवा लोक कलाकार तरसते थे उससे कई गुना ज्यादा उत्साह इन दिनों उनके ऑनलाइन मंच से बढ़ रहा है। इतना ही नहीं, ऑनलाइन मंच ने श्रोताओं के कमेंट, लाइक और शेयर से जहां युवा लोक कलाकारों को नई पहचान दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। वहीं, पुराने लोक कलाकार भी इसे समय की मांग बता रहे हैं। इसके साथ ही बीते फरवरी में संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने इस परिस्थिति में राज्य के सभी लोक कलाकारों की प्रस्तुति के लिए ऑनलाइन मंच तैयार करने के संस्कृति विभाग को निर्देश दिए थे, ऐसे समय में लोक कलाकार भी इस ओर भी नजर बनाए हुए हैं। जानिए घर पर किस तरह समय बीता रहे लोक कलाकार
युवा लोकगायक सौरव मैठाणी का कहना है कि किसी भी कलाकार का उत्साह उसके दर्शक अथवा श्रोता बढ़ाते हैं। कोरोना महामारी के बीच किसी तरह के स्टेज पर कार्यक्रम न होने के कारण इंटरनेट मीडिया ही एकमात्र प्रशंसकों से जुडऩे का विकल्प है। हफ्ते में मैं भी दो बार ऑनलाइन जुड़कर कुछ गीत या उस पर चर्चा करता हूं, ताकि कोई बोर न हो और इस विपदा की परिस्थिति में सकारात्मकता माहौल बना रहे।
लोकगायिका हेमा नेगी करासी का कहना है कि यह समय ही ऐसा है कि हम एक दूसरे से इंटरनेट के माध्यम से जुड़ रहे हैं। लोक कलाकार भी घर में बैठकर कुछ नए गीत या पुराने गीतों को इंटरनेट मीडिया के माध्यम से दर्शकों के बीच साझा कर रहे हैं। मैंने इन दिनों सेम नागराज का जागर लिखा है, इसके अलावा दो अन्य गीत भी तैयार किए हैं। स्थिति सामान्य होने के बाद इन्हें रिलीज किया जाएगा। विभागीय मंत्री की ओर से आनलाइन प्रस्तुतियों के लिए मंच तैयार के आदेश पर यदि शीघ्र कार्य होता तो इससे सभी कलाकारों को लाभ मिलेगा।
लोक गायिका बीना बोहरा का कहना है कि गीत तैयार होने के बाद कम समय में अधिकाधिक श्रोताओं तक पहुंच सके, इसके लिए ऑनलाइन मंच बेहतर है। श्रोता भी चाहते हैं कि उन्हें जल्द ही नया गीत सुनने को मौका मिले। लॉकडाउन के बाद से फेसबुक और यूट्यूब पर भी कुछ गीत अपलोड किए। साथ ही दर्शकों के साथ जुड़कर नए गीतों पर भी चर्चा करती हूं। इंटरनेट मीडिया से लगातार संपर्क होता है और कुछ गीतों पर भी चर्चा करती हूं।
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लोकगायक दीवान सिंह पवांर का कहना है कि इन दिनों पहाड़ में गांव में हूं और यहीं से कुछ गीत लिखे हैं। झूठ प्यार गीत की शूटिंग के कुछ भाग बचे हैं, जो जल्द ही पूरा होने के बाद दर्शकों समक्ष यह गीत होगा। वाट्सअप ग्रुप और फोन के माध्यम से प्रशंसकों से जुड़ता रहता हूं। अच्छी बात यह है कि दर्शकों का प्यार इस ऑनलाइन में भी उसी तरह मिल रहा है जैसे स्टेज शो पर मिलता था।
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