देहरादून में आबकारी विभाग की बड़ी कार्रवाई, हिमाचल से दून लाई जा रही शराब की पेटियां पकड़ीं
देहरादून में आबकारी विभाग और पुलिस की संयुक्त टीम ने त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों को देखते हुए शराब तस्करों के खिलाफ कार्रवाई की। टीम ने हिमाचल प्रदेश से तस्करी कर लाई जा रही शराब की 60 पेटियां बरामद कीं और दो लोगों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने नशे के कारोबार से जुड़े अन्य आरोपियों को भी पकड़ा है और मामले की जांच कर रही है।

जागरण संवाददाता, देहरादून। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के दृष्टिगत शराब तस्कर सक्रिय हो गए हैं। हालांकि, इस आशंका के मद्देनजर आबकारी आयुक्त अनुराधा पाल ने पहले ही विभिन्न टीम को फील्ड में उतारा है। देहरादून में संयुक्त टीम ने हिमाचल प्रदेश से देहरादून में तस्करी कर लाई जा रही शराब की 60 पेटी पकड़ ली। तस्करी के आरोप में दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया।
संयुक्त आयुक्त रमेश चौहान के निर्देशन में यह कार्रवाई जनपदीय प्रवर्तन दल की प्रभारी प्रेरणा बिष्ट, सेक्टर एक के निरीक्षक शिव प्रसाद व्यास और सेक्टर दो के निरीक्षक विजेंद्र भंडारी ने की। सूचना पर तस्करी की शराब दूरस्थ क्षेत्र कोटी कनासर में एक पिकअप वाहन से पकड़ी गई। तस्करी में प्रयुक्त वाहन को सीज करने के साथ ही दोनों आरोपितों गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई की जा रही है। टीम में निरीक्षक वीरेंद्र कुमार, रीना रौथाण आदि भी शामिल रहे।
बड़ी पार्टियों में इस्तेमाल होने वाला नशा भी दून पहुंचा
बड़ी पार्टियों में इस्तेमाल होने वाले नशा एमडीएमए की सप्लाई चेन मुंबई से शुरू होकर उत्तराखंड तक पहुंची। मुंबई में जब गिरोह का मुख्य सप्लायर बल्लीराम गुप्ता की गिरफ्तारी हुई तो आरोपितों ने उत्तराखंड की शांत वादियों को नशा तैयार करने व सप्लाई करने के लिए चुना। एसएसपी एसटीएफ नवनीत भुल्लर ने बताया कि गिरोह के सरगना कुनाल कोहली की मुलाकात नाला सुपरा मुंबई में रहने वाले भीम यादव, मोनू उर्फ ओम गुप्ता, बल्ली राम गुप्ता व नवीन नेपाली से मुंबई में हुई थी।
आरोपितों पर दर्ज हुआ था केस
वर्ष 2024 में मोनू गुप्ता व भीम यादव के विरुद्ध मुंबई में नार्कोटिक्स एक्ट में मुकदमा हुआ था तो वह दोनों को गिरफ्तारी से बचाने के लिए टनकपुर गैंडाखाली अपने घर ले आया था। इसी दौरान उसकी मुलाकात टनकपुर में नरेश शकरी व रोशन कोहली से हुई। नरेश शकारी का घर गैंडाखाली में एकांत में था तो सभी ने मिलकर गैंडाखाली में एमडीएमए नशा तैयार करने की योजना बनाई।
मोनू गुप्ता ने पहले बनारस में नशा बनाने की फैक्ट्री लगाई थी लेकिन वहां यूपी पुलिस ने दबिश दी। वह भागकर गैंडाखाली पहुंच गए। पहली बार कुनाल कोहली ने बनारस से नशा तैयार करने के लिए केमिकल मंगवाया। माल तैयार होने पर सप्लायर बल्ली राम गुप्ता एमडीएमए लेकर मुंबई जाता था।
नेपाल भाग गए
इसी बीच मुंबई पुलिस ने उसे एमडीएमए के साथ गिरफ्तार कर लिया। जब इसकी सूचना गिरोह के अन्य सदस्यों को मिली तो उन्होंने गैंडाखाली से फैक्ट्री हटा ली। इसके बाद उन्होंने दोबारा लैब खोलने के लिए शांत जगह ढूंढी और सुवालेख में एक मुर्गी फार्म खोल लिया। पोल्ट्री फार्म की आड़ में वह एमडीएमए तैयार करने लगे। वहां उन्होंने करीब पांच-छह किलो एमडीएमए तैयार किया।
नशे की खेप लेकर कुनाल कोहली, मोनू गुप्ता, भीम यादव, राहुल बनवसा पहुंचे, जहां उन्होंने नशा अपने साथी राहुल के घर छिपा दिया। सप्लाई बल्ली राम के जेल जाने के बाद गिरोह के सदस्यों को सप्लायर नहीं मिल पा रहा था। 27 जून को जब पिथौरागढ़ वाली फैक्ट्री में मुंबई पुलिस का छापा पड़ा और कुछ कैमिकल व उपकरण पकड़े गए तो वह अलग-अलग वाहनों से नेपाल भाग गए।
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