मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे उपनल कर्मियों ने किया बुद्धि-शुद्धि यज्ञ, पूर्व सीएम हरीश रावत ने दिया समर्थन
अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे उपनल कर्मचारियों ने सरकार को सद्बुद्धि देने के लिए बुद्धि-शुद्धि यज्ञ किया। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी कर्मचारियों के इस आंदोलन का समर्थन किया और सरकार से उनकी मांगों पर विचार करने का आग्रह किया। कर्मचारियों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होती वे आंदोलन जारी रखेंगे।

परेड ग्राउंड के पास धरने पर बैठे उपनल कर्मचारियों द्वारा हवन किया गया। जागरण
जागरण संवाददाता, देहरादून: नियमितीकरण व समान वेतन सहित विभिन्न मांगों को लेकर चल रहे उपनल कर्मचारियों के आंदोलन सोमवार को आठवें दिन भी जारी रहा।
कर्मचारियों ने सरकार की बुद्धि-शुद्धि के लिए यज्ञ किया और चेतावनी दी कि सरकार यदि समय रहते समाधान नहीं निकालती है, तो आंदोलन और उग्र होगा।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल धरना स्थल पहुंचे और उपनल कर्मियों को अपना स्पष्ट समर्थन दिया।
सोमवार को परेड पर धरना दे रहे उपनल कर्मियों के बीच पहुंचे वरिष्ठ कांग्रेसी हरीश रावत ने कहा कि यदि वर्तमान सरकार सहमत हो तो उनकी सरकार के कार्यकाल में तैयार किया गया फार्मूला आज भी उपनल कर्मचारियों के नियमितीकरण का रास्ता खोल सकता है।
उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार चार-पांच दिन में नहीं जागी तो वह भी रात-दिन कर्मचारियों के साथ खुले आसमान के नीचे बैठ जाएंगे।
आंदोलन के दौरान शहीद हुई कर्मचारी बहन नीलम डोभाल को याद करते हुए प्रदेश संयोजक विनोद गोदियाल ने सरकार की संवेदनहीनता पर नाराज़गी जताई।
उन्होंने कहा कि दुखद घटना के बाद भी न तो सरकार का कोई मंत्री और न ही कोई अधिकारी संवेदना व्यक्त करने धरना स्थल तक आया। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार शायद और किसी बलिदान का इंतजार कर रही है।
धरने के आठवें दिन प्रदेश संयोजक हरीश कोठारी, महासंघ के प्रदेश महामंत्री विनय प्रसाद, कार्यकारी अध्यक्ष महेश भट्ट, मीडिया प्रभारी प्रदीप सिंह चौहान, संगठन मंत्री भूपेश नेगी, जिला अध्यक्ष गणेश गोदियाल सहित सैकड़ों कर्मचारी उपस्थित रहे और आंदोलन को आगे मजबूत करने का संकल्प लिया।

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