नए साल में उत्तराखंड की सड़कों पर दौड़ेगी इलेक्टिकल बसें, ये है खासियत
नए साल से उत्तराखंड की सड़कों पर इलेक्ट्रिक बसें दौड़ेंगी। परिवहन निगम इलेक्ट्रिक बसों के संचालन की तैयारी में जुट गया है।
By Edited By: Published: Tue, 13 Nov 2018 03:01 AM (IST)Updated: Tue, 13 Nov 2018 07:35 PM (IST)
देहरादून, [जेएनएन]: जनवरी माह में प्रदेश की सड़कों पर इलेक्ट्रिक बसें दौड़ती नजर आएंगी। इससे अच्छी नए साल की शुरुआत और क्या हो सकती है। दरअसल, प्रदेश में पहली पैनिक बटन वाली इलेक्ट्रिक बस का ट्रायल सफल होने के बाद अब परिवहन निगम इलेक्ट्रिक बसों के संचालन की तैयारी में है।
निगम दून-मसूरी व हल्द्वानी-नैनीताल रूट पर 25-25 इलेक्ट्रिक बसों का संचालन करेगा। परिवहन निगम दून-मसूरी रूट पर नौ अक्टूबर से एक महीने के लिए पैनिक बटन वाली एक इलेक्ट्रिक बस का ट्रायल कर रहा था। इस ट्रायल में बस तकनीकी रूप से सफल बताई गई है। यह बस यात्रियों के लिए तो सुविधाजनक है ही, साथ ही पर्यावरण के अनुकूल भी है।
बस में महिलाओं की सुरक्षा के लिए पैनिक बटन की सेवा उपलब्ध है। बस सीसीटीवी कैमरा, जीपीएस, ऑटो गियर, ऑटोमेटिक स्लाइडिंग डोर सिस्टम समेत कई अन्य आधुनिक सुविधाओं से लैस है। यही सब वजह हैं कि परिवहन निगम इस बस के संचालन को लेकर खासा उत्साहित है। इसे निगम बसों के आधुनिकीकरण की दिशा में अहम कदम माना जा रहा है। यही वजह है कि अब निगम इसको लेकर और देरी नहीं करना चाहता।
साधारण व इलेक्ट्रिक बस में अंतर
इलेक्ट्रिक में 30 सीट होती हैं, जबकि साधारण बस में 35 सीट होती हैं। इलेक्ट्रिक बस की एवरेज छह रुपये प्रति किमी, जबकि साधारण बस की 18 रुपये प्रति किमी है। वहीं इलेक्ट्रिक बस और साधारण बस की अधिकतम रफ्तार 80 किमी प्रतिघंटा है। वहीं बात अगर मरम्मत खर्च की करें तो इलेक्ट्रिक बस की दो रुपये प्रति किमी है। जबकि साधाराण बस की पांच रुपये प्रति किमी है।
परिवहन निगम के महाप्रबंधक(संचालन) दीपक जैन ने बताया कि इलेक्ट्रिक बस का एक महीने का ट्रायल तकनीकी रूप से सफल रहा है। अब निगम जल्द ही निर्धारित दो रूटों पर 25-25 बसों के संचालन में जुट गया है। अगले दो से तीन महीने में बसों का संचालन शुरू हो जाएगा।
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