यहां लोनिवि में चीफ इंजीनियर और एसई के आठ पद समाप्त, जानिए
चीफ इंजीनियरों और अधीक्षण अभियंताओं के पदों पर शासन ने कैंची चला दी है। अब 13 चीफ इंजीनियरों की जगह सिर्फ चार चीफ इंजीनियर ही जनपदों की जिम्मेदारी संभालेंगे।
देहरादून, जेएनएन। लोक निर्माण विभाग में चीफ इंजीनियरों और अधीक्षण अभियंताओं के पदों पर शासन ने कैंची चला दी है। अब 13 चीफ इंजीनियरों की जगह सिर्फ चार चीफ इंजीनियर ही जनपदों की जिम्मेदारी संभालेंगे। इसके अलावा 13 जिलों में नौ अधीक्षण अभियंता तैनात किए गए हैं। इसी तरह निसंवर्गीय पदों को भी पूरी तरह से खत्म कर दिया है। अब संबंधित विभाग आवश्यकतानुसार प्रतिनियुक्ति पर इन पदों को भर सकेगा।
लोक निर्माण विभाग में करीब 17 चीफ इंजीनियर विभिन्न पदों पर तैनात चल रहे थे। प्रमोशन पाते ही हर इंजीनियर प्रभारी चीफ इंजीनियर पर अपनी तैनाती करा रहा था। जबकि राज्य गठन के दौरान गढ़वाल और कुमाऊं मंडल में सिर्फ दो ही चीफ इंजीनियर हुआ करते थे।
चीफ इंजीनियरों के गाड़ी, दफ्तर, स्टाफ और तनख्वाह पर मोटी रकम खर्च होने से विभाग पर वित्तीय भार बढ़ रहा था। इस पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने विभाग की समीक्षा की तो कई चीफ इंजीनियरों को बिना काम तैनात किया जाना पाया। इस पर विभाग को जरूरत के हिसाब से चीफ इंजीनियर तैनात करने के निर्देश दिए थे। मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद अपर मुख्य सचिव ओम प्रकाश ने मुख्य अभियंता स्तर-2 के 12 पदों में से पांच पद समाप्त करने के आदेश दिए हैं। उन्होंने प्रमुख अभियंता को आदेश का प्रभावी रूप से पालन कराने के निर्देश दिए हैं।
यहां तैनात रहेंगे चीफ इंजीनियर
देहरादून, पौड़ी, हल्द्वानी और अल्मोड़ा में चीफ इंजीनियर तैनात रहेंगे। इसी तरह अल्मोड़ा, नैनीताल, पिथौरागढ़, हरिद्वार, उत्तरकाशी, गोपेश्वर, टिहरी, देहरादून और पौड़ी में अधीक्षण अभियंता तैनात रहेंगे। राष्ट्रीय राजमार्ग में चीफ इंजीनियर अब देहरादून रहेंगे। जबकि अधीक्षण अभियंता देहरादून और हल्द्वानी में रहेगा।
छह पद प्रतिनियुक्ति के लिए
मुख्य अभियंता के दो और अधीक्षण अभियंता के चार पद अन्य विभागों में प्रतिनियुक्ति के लिए स्वीकृत किए गए हैं। जबकि चीफ का एक पद गुणवत्ता नियंत्रण को मुख्यालय में रहेगा। इसके अलावा एचओडी को छोड़ मुख्य अभियंता स्तर-1 के तीन पदों में से दो मुख्यालय तथा एक चीफ इंजीनियर एनएच होगा।
ये पद किए समाप्त
चीफ इंजीनियर टिहरी, पिथौरागढ़, एनएच हल्द्वानी, वल्र्ड बैंक, पीएमजीएसवाई के चीफ इंजीनियर का पद समाप्त कर दिया है। इसी तरह अधीक्षण अभियंता बागेश्वर, चंपावत, रुद्रप्रयाग और ऊधमसिंह नगर का पद भी समाप्त कर दिया गया है।
यह भी पढ़ें: तीन माह से वेतन न मिलने से नाराज रोडवेज कर्मियों ने किया प्रदर्शन
कर्मचारियों ने किया विरोध
उत्तरप्रदेश के समय से स्वीकृत सर्किल दफ्तरों को समाप्त करने का कर्मचारियों ने विरोध किया है। उत्तरांचल कर्मचारी शिक्षक संगठन के प्रदेश महामंत्री पंचम सिंह बिष्ट ने कहा कि पौड़ी, रुद्रपुर समेत कई सर्किल को समाप्त करना गलत है। यहां तैनात सैकड़ों कर्मचारी कहां तैनात किए जाएंगे, इसकी कोई व्यवस्था नहीं की गई। इसी तरह मुख्यालय में अधीक्षण अभियंता के छह पद स्वीकृत किए गए हैं, जो व्यवहारिकता में उचित नहीं है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।