उत्तरा प्रकरण पर शिक्षा मंत्री का कांग्रेस पर निशाना
मुख्यमंत्री के जनता दरबार में तबादले की गुहार लेकर पहुंची शिक्षिका उत्तरा पंत बहुगुणा प्रकरण में शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने कांग्रेस को निशाने पर लिया है।
देहरादून, [राज्य ब्यूरो]: मुख्यमंत्री के जनता दरबार में तबादले की गुहार लेकर पहुंची शिक्षिका उत्तरा पंत बहुगुणा प्रकरण में शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने कांग्रेस को निशाने पर लिया है। शिक्षा मंत्री ने कांग्रेस से सवाल किया कि 2016 में कांग्रेस सरकार में उत्तरा बहुगुणा का मामला निस्तारित न करते हुए क्यों सेवा समाप्ति का नोटिस थमाया था। उन्होने कहा कि शिक्षा विभाग में हजारों ऐसी शिक्षिकाएं हैं जिनको न्याय नहीं मिल पाया है। मौजूदा सरकार ऐसी सभी शिक्षिकाओं को प्राथमिकता के आधार पर न्याय दिलाने की दिशा में काम कर रही है। शिक्षिका उत्तरा पंत बहुगुणा प्रकरण को लेकर इस समय पूरा विपक्ष सरकार पर हमलावर है। इन सबके बीच अब शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने मोर्चा संभालते हुए अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि शिक्षिका उत्तरा बहुगुणा के साथ न्याय होगा। उन्होंने इस प्रकरण पर सरकार का विरोध करने वालों से सवाल किया कि क्या पहाड़ के दूरस्थ क्षेत्रों में रहने वाले बच्चों को अध्यापक नहीं मिलने चाहिए। बीते 18 वर्षो में शिक्षा विभाग मात्र स्थानांतरण, पोस्टिंग, अटैचमेंट और सुगम एवं दुर्गम का विभाग बन कर रह गया है। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि दूरस्थ क्षेत्रों में रहने वाले बच्चों की शिक्षा के लिए अच्छे अध्यापक व उनको पौष्टिक भोजन देने की चिंता कांग्रेस ने कभी नहीं की। कांग्रेस ने तबादलों को एक उद्योग का रूप दिया और उसके शासनकाल में शिक्षक हित के कोई निर्णय नहीं लिए गए। उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार ने वर्षो से दुर्गम क्षेत्र में तैनात शिक्षकों को न्याय देने के लिए ही स्थानांतरण एक्ट लागू किया है। शिक्षा मंत्री ने कहा कि जिस दिन यह घटना घटित हुई, उस दिन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने उन्हें इस प्रकरण का समाधान करने के लिए अधिकृत किया था। लेकिन प्रदेश से बाहर होने के कारण वे इसका समाधान नहीं कर पाए। वे देहरादून आते ही इस प्रकरण का निस्तारण करेंगे। उन्होंने प्रदेश की जनता से अपील की वे कांग्रेस या अन्य राजनीतिक पार्टी के बहकावे में न आएं, इस प्रकरण का न्यायोचित निस्तारण किया जाएगा।
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