Dehradun की इस कालोनी में खूंखार कुत्ते का आतंक, 30 दिन में नौ लोगों पर हमला; एक व्यक्ति को दो बार काटा
देहरादून की एक कालोनी में एक खूंखार कुत्ते ने आतंक मचा रखा है। 30 दिनों में इस कुत्ते ने नौ लोगों पर हमला किया है, जिनमें से एक व्यक्ति को दो बार काटा ...और पढ़ें

सांकेतिक तस्वीर।
जागरण संवाददाता देहरादून: दून में आवारा कुत्तों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा। अब दून की आकाशदीप कालोनी में एक आवारा कुत्ता स्थानीय लोगों की जान का दुश्मन बन गया है। बीते एक माह में यह कुत्ता करीब नौ लोगों पर हमला कर चुका है।
शुक्रवार को इसने स्थानीय निवासी विक्रम पंवार को दूसरी बार काट लिया। शिकायत मिलने पर नगर निगम ने कुत्ते को कुछ दिनों के लिए एबीसी सेंटर में रखने की बात कही है।
जानकारी के अनुसार, आकाशदीप कालोनी निवासी विक्रम पंवार की टांग पर कुत्ते के हमले से गहरा घाव हो गया है। कुछ दिन पहले भी यही कुत्ता उन्हें काट चुका था, जिसके बाद वह एंटी-रेबीज इंजेक्शन का कोर्स चलवा रहे थे। अब दोबारा हमले के बाद उन्हें फिर से वैक्सीन लगवानी पड़ रही है।
विक्रम की पत्नी हरप्रीम का कहना है कि कुत्ते के डर से कालोनी की गली से गुजरना भी मुश्किल हो गया है और वह हमेशा हाथ में डंडा लेकर ही बाहर निकलती हैं। फल-सब्जी बेचने वाले भी कुत्ते के हमलावर स्वभाव के कारण कालोनी में घुसने से कतराते हैं।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि कुछ समय पहले शिकायत के बाद नगर निगम की टीम इस कुत्ते को पकड़कर ले गई थी। वहां उसका बंध्याकरण और टीकाकरण भी किया गया था।
उपचार के बाद उसे दोबारा कालोनी में छोड़ दिया गया। कुछ दिन शांत रहने के बाद अब कुत्ता फिर आक्रामक हो गया है और आने-जाने वाले राहगीरों पर झपटता है।
यहां तक कि वाहनों के पीछे भी दौड़ जाता है। नगर निगम के अधिकारियों ने कहा कि इस तरह की शिकायत पर तुरंत कार्रवाई की जाती है।
आकाशदीप कालोनी का यह कुत्ता यदि दोबारा हमलावर हो गया है तो उसे पकड़कर कुछ दिनों के लिए एनिमल बर्थ कंट्रोल (एबीसी) सेंटर में रखा जाएगा। उपचार के बाद जब उसका स्वभाव सामान्य होगा, तभी उसे छोड़ा जाएगा।
एबीसी सेंटर की बढ़ाई जा रही क्षमता
नगर निगम के वरिष्ठ पशुचिकित्सा अधिकारी डा. वरुण अग्रवाल ने बताया कि जल्द ही एबीसी सेंटर की क्षमता तीन गुना बढ़ाई जाएगी। वर्तमान में जहां 70 कुत्तों को रखने की व्यवस्था है, उसे बढ़ाकर 200 से अधिक किया जाएगा।
इसके साथ ही जल्द कुत्ता शिकायत प्रकोष्ठ और टोल फ्री नंबर भी जारी किया जाएगा, ताकि शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई हो सके। पोस्टर-बैनर के माध्यम से जनजागरूकता अभियान भी चलाए जाएंगे।
उन्होंने बताया कि वर्ष 2016 से अब तक 54 हजार आवारा कुत्तों का बंध्याकरण और टीकाकरण किया जा चुका है। फिर भी शहर में करीब 20 प्रतिशत कुत्तों की नसबंदी अभी शेष है।
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