जल्द बदला-बदला नजर आएगा आपका देहरादून, नए कलेवर में दिखेगा घंटाघर; ट्रैफिक का दबाव भी होगा कम
देहरादून में जिला प्रशासन ने यातायात प्रबंधन और शहरी सुंदरीकरण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। कुठालगेट साईं मंदिर तिराहा दिलाराम चौक और घंटाघर का आधुनिकीकरण किया जा रहा है। सड़कों का चौड़ीकरण स्लिप रोड का निर्माण और सांस्कृतिक कलाकृतियों से सजावट की जा रही है। स्मार्ट सिटी योजना के तहत 10 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है।

जागरण संवाददाता, देहरादून। राजधानी देहरादून में यातायात प्रबंधन और शहरी सुंदरीकरण को लेकर जिला प्रशासन की पहल अब सड़कों पर दिखाई देने लगी है।
कुठालगेट, साईं मंदिर तिराहा, दिलाराम चौक और ऐतिहासिक घंटाघर के आधुनिकीकरण व सुंदरीकरण के कार्य लगभग पूर्ण हो चुके हैं। जिलाधिकारी सविन बंसल ने उक्त स्थलों का निरीक्षण कर कार्य की प्रगति देखी और इसे जल्द जनता को समर्पित करने के निर्देश दिए।
मंगलवार को जिलाधिकारी ने उक्त स्थलों का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि इन कार्यों में यातायात सुगमता के लिए सड़क चौड़ीकरण, अतिरिक्त मोटरेबल स्लिप रोड निर्माण, पारंपरिक पहाड़ी शैली में डिज़ाइन और राज्य की सांस्कृतिक व ऐतिहासिक धरोहरों को प्रदर्शित करने के प्रयास शामिल हैं।
कुठालगेट और साईं मंदिर तिराहे पर 10 मीटर चौड़ी दो नई स्लिप रोड बनाई गई हैं, जिससे ट्रैफिक दबाव कम होगा और दुर्घटना की आशंका घटेगी। साथ ही, दोनों स्थानों पर राउंडअबाउट लाइटिंग और गढ़वाल-कुमाऊं की संस्कृति को दर्शाने वाली कलाकृतियों से सजावट की गई है।
जिलाधिकारी उक्त स्थलों का नया डिज़ाइन, सर्वे और कांसेप्ट तैयार करा लिया था। बजट प्रबंधन के लिए उन्होंने स्मार्ट सिटी योजना से 10 करोड़ रुपये का प्रविधान किया और उसी राशि से निर्माण के साथ-साथ तीन साल तक रखरखाव की व्यवस्था भी सुनिश्चित की।
निरीक्षण के दौरान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह, मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह और स्मार्ट सिटी लिमिटेड के अधिकारी उपस्थित रहे। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि शेष कार्य एक सप्ताह के भीतर पूर्ण कर दिए जाएं।
सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर को नया जीवन
चौराहों पर राज्य की महान विभूतियों, आंदोलनकारियों और पारंपरिक कला की झलक देखने को मिलेगी। लोक संस्कृति, धार्मिक स्थलों की कलाकृतियां और पर्यटकों को आकर्षित करने वाले थीम आधारित सजावट से शहर को एक नई पहचान दी जा रही है। घंटाघर का सुंदरीकरण भी इसी परियोजना का हिस्सा है, जिसमें पारंपरिक शैली का विशेष ध्यान रखा गया है।
यातायात और सुरक्षा में आधुनिक तकनीक
शहर के 11 प्रमुख जंक्शनों पर नई ट्रैफिक लाइटें लगाई गई हैं। पांच वर्षों में पहली बार प्रमुख चौराहों पर लगे पुलिस के सीसीटीवी कैमरों को इंटीग्रेट कर दिया गया है, जिससे यातायात की लाइव मानीटरिंग और सड़क सुरक्षा में सुधार होगा।
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