Dehradun News: 22 साल की नौकरी के बाद साजिश कर निकाला... ADM से रिपोर्ट मांगी, शिक्षिका की शिकायत पर तत्काल एक्शन
देहरादून में जिलाधिकारी की जनसुनवाई में 118 शिकायतें दर्ज हुईं जिनमें से ज्यादातर का तुरंत समाधान किया गया। एक शिक्षिका ने नौकरी से निकाले जाने की शिकायत की तो एक बुजुर्ग ने ऋण चुकाने के बाद भी एनओसी न मिलने की बात कही। जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को जांच के आदेश दिए और त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए।

जागरण संवाददाता, देहरादून। जिलाधिकारी की जनसुनवाई में त्वरित न्याय मिलने से लगभग हर तरह की शिकायतें अब दर्ज की जाने लगी हैं। अच्छी बात है कि जिलाधिकारी न सिर्फ प्रत्येक प्रकरण का संज्ञान ले रहे हैं, बल्कि समाधान भी करा रहे हैं। सोमवार को एक प्रकरण ऐसा समाने आया, जिसमें आशा जखमोला नाम की महिला ने कहा कि उन्होंने दून मार्डन स्कूल टुटू तंतोवाला में 22 वर्ष शिक्षिका के रूप में काम किया। लेकिन, अब षडयंत्र के तहत उन्हें नौकरी से निकाल दिया गया है।
जिलाधिकारी ने इसे बेहद गंभीरता से लिया। उन्होंने अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व के साथ ही जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक को जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। इसी तरह विकासनगर के ग्राम सोसा निवासी बुजुर्ग जनक सिंह ने कहा कि उन्होंने 01 लाख रुपए का ऋण लिया था, मार्च 2025 को वह 1.75 लाख रुपए जमा कराकर ऋण बंद करा चुके हैं। बावजूद इसके उन्हें एनओसी नहीं दी जा रही है। जिलाधिकारी ने सहकारिता के जिला सहायक निबंधक को फटकार लगाते हुए एनओसी जारी करने को कहा।
जिलाधिकारी की जनसुनवाई में 118 शिकायतें दर्ज, अधिकतर का मौके पर निस्तारण
दूसरी तरफ बंजारावाला निवासियों ने बीते मानसून में नाला बहने और उसके मलबे के ऊपर ही नया पुश्ता बनाने की शिकायत की। क्षेत्रवासियों ने कहा कि मलबा अभी भी नाले में जमा है। जिलाधिकारी सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता से रिपोर्ट तलब की। जनसुनवाई में कुल 118 शिकायत दर्ज की गई। अच्छी बात यह रही कि अधिकतर में मौके पर ही निस्तारण करा दिया गया। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व केके मिश्रा, पुलिस अधीक्षक सदर रेणु, उपजिलाधिकारी कुमकुम जोशी, मुख्य शिक्षा अधिकारी विनोद कुमार ढौंडियाल आदि उपस्थित रहे।
फर्जी स्थाई निवास प्रमाण पत्रों पर कराएं एफआइआर
जनसुनवाई में महिपाल कृषाली ने बताया कि सदर क्षेत्र में फर्जी स्थाई निवास प्रमाण पत्र बनाए जा रहे हैं। जिलाधिकारी ने अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व को प्रकरण की जांच कराने और फर्जी प्रमाण पत्र पकड़ में आने पर एफआइआर कराने को कहा।
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