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स्थानीय निकाय चुनावः मतपत्रों की छपाई को जिलेवार अधिकारी व प्रभारी नामित

नगर निकाय चुनाव के लिए मतपत्रों की छपाई के मद्देनजर राज्य निर्वाचन आयोग ने जिलेवार अधिकृत अधिकारी और प्रभारी अधिकारी नामित कर दिए हैं।

By BhanuEdited By: Published: Wed, 31 Oct 2018 12:59 PM (IST)Updated: Wed, 31 Oct 2018 12:59 PM (IST)
स्थानीय निकाय चुनावः मतपत्रों की छपाई को जिलेवार अधिकारी व प्रभारी नामित
स्थानीय निकाय चुनावः मतपत्रों की छपाई को जिलेवार अधिकारी व प्रभारी नामित

देहरादून, [राज्य ब्यूरो]: नगर निकाय चुनाव के लिए मतपत्रों की छपाई के मद्देनजर राज्य निर्वाचन आयोग ने जिलेवार अधिकृत अधिकारी और प्रभारी अधिकारी नामित कर दिए हैं। चुनाव के लिए 50 लाख से अधिक मतपत्रों की छपाई दिल्ली में होनी है। अधिकृत अधिकारी व प्रभारी अधिकारी नामित करने के संबंध में संबंधित फर्म को सूची भी आयोग ने भेज दी है।

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आयोग के सचिव की ओर इस संबंध में सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों को सूचना भेज दी है। इन अधिकृत अधिकारियों व प्रभारी अधिकारियों में वीरेंद्र कुमार पुरी व हरीश चंद्र खंडूड़ी (उत्तरकाशी), जीएस कालाकोटी व राहुल चौबे (अल्मोड़ा), सुभाष चंद्र गुप्ता (ऊधमसिंहनगर), हरि गिरी व नवाजिस खलिक (नैनीताल), अमरेंद्र सिंह चौधरी (पिथौरागढ़), नरेंद्र कुमार यादव व डॉ.जितेंद्र भाष्कर (चमोली), तेजपाल सिंह (बागेश्वर), दीवान सिंह नेगी (हरिद्वार), नरेंद्र कुमार (पौड़ी), पीके पांडेय (देहरादून), डॉ.डीके तिवारी व डीएस नेगी (टिहरी), सुरेश प्रकार बेनी व सुरेश चंद्र पंत (चंपावत) और योगेंद्र सिंह (रुद्रप्रयाग) शामिल हैं।

छह हजार वोटर पोस्टल बैलेट से देंगे वोट

निकाय चुनाव ड्यूटी में लगे छह हजार कार्मिक पोस्टल बैलेट से वोट देंगे। इसके लिए निर्वाचन विभाग ने पोस्टल बैलेट प्रकाशन शुरू कर दिया है। 10 से 17 नवंबर के बीच आवंटित पोस्टल बैलेट ट्रेनिंग केंद्र पर जमा किए जाएंगे। इसके अलावा डाक से भी पोस्टल बैलेट भेजे जा सकेंगे।

नगर निगम देहरादून, ऋषिकेश, नगर पालिका डोईवाला, विकासनगर, हरबर्टपुर और मसूरी के चुनाव में तैनात अधिकारियों और कर्मचारियों को पोस्टल बैलेट से वोट देने का अधिकार मिलेगा। 

इसके लिए निर्वाचन विभाग ने चुनाव में ड्यूटी और आरक्षित कार्मिकों के लिए पोस्टल बैलेट के प्रकाशन की कार्रवाई शुरू कर दी है। प्रभारी अधिकारी कार्मिक एवं सीडीओ जीएस रावत ने कहा कि जिन कार्मिकों की ड्यूटी नगर निकाय में लगी और वह नगर निर्वाचन क्षेत्र के मतदाता हैं तो ऐसे कार्मिक पोस्टल बैलेट से अपने मत का प्रयोग कर सकेंगे। 

इसके लिए उन्हे प्रारूप-9 में संबंधित क्षेत्र के रिटर्निंग अधिकारी के यहां आवेदन करना होगा। ऐसे कार्मिकों की सुविधा के लिए प्रथम और द्वितीय प्रशिक्षण के दौरान डाक मतपत्र काउंटर प्रशिक्षण स्थल पर बनाए जाएंगे।

दो से मिलेंगे पोस्टल बैलेट 

सीडीओ रावत ने कहा कि कोशिश रहेगी कि दो से चार नवंबर को ओएनजीसी ऑडिटोरियम में होने वाले प्रशिक्षण के दौरान पोस्टल बैलेट दे दिए जाएं। ताकि समय से पोस्टल बैलेट को मतदान से पहले मतगणना में शामिल किया जा सके। 

संवेदनशील मतदान केंद्रों का नए सिरे से निर्धारण

84 नगर निकायों में किस्मत आजमा रहे प्रत्याशियों की तस्वीर साफ होने के बाद अब संवेदनशील और अति संवेदनशील मतदान केंद्र व स्थल नए सिरे से निर्धारित होंगे। इसे लेकर राज्य निर्वाचन आयोग मशक्कत में जुट गया है। इन मतदान केंद्रों व स्थलों के निर्धारण में देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल व ऊधमसिंहनगर जिलों पर खास फोकस रहेगा। पिछले चुनावों में भी इन जिलों में ऐसे केंद्र व स्थलों की संख्या अधिक थी। 

निकाय चुनाव का ऐलान करते वक्त राज्य निर्वाचन आयोग ने राज्य में संवेदनशील श्रेणी में 327 मतदान केंद्र व 593 स्थल और अति संवेदनशील श्रेणी में 246 केंद्र व 543 स्थल रखे थे। इसमें देहरादून व हरिद्वार जिलों के केंद्र एवं स्थल शामिल नहीं थे। अब जबकि जिन 84 निकायों में चुनाव हो रहे हैं, वहां प्रत्याशियों की तस्वीर साफ हो गई है। 

इसे देखते हुए राज्य निर्वाचन आयोग ने संवेदनशील और अति संवेदनशील केंद्र व स्थलों के नए सिरे से निर्धारण की कसरत प्रारंभ कर दी गई है। इसके लिए प्रत्याशियों की संख्या, उनके ट्रैक रिकार्ड के साथ ही अन्य कसौटियों पर मतदान केंद्र व स्थल की संवेदनशील व अति संवेदनशीलता को परखा जाएगा। इसी आधार पर इनका निर्धारण होगा। 

इसमें हरिद्वार, देहरादून, ऊधमसिंहनगर व नैनीताल जिलों पर आयोग की पैनी नजर है। वजह ये कि पिछले चुनावों में इन चार जिलों में अधिक शिकायतें आई थीं। इसे देखते हुए आयोग इस मर्तबा कोई रिस्क लेने के मूड में नहीं हैं। 

राज्य निर्वाचन आयुक्त चंद्रशेखर भट्ट के अनुसार आयोग ने पहले संवेदनशील व अति संवेदनशील मतदान केंद्र एवं स्थलों की अनुमानित संख्या तय की थी। अब प्रत्याशियों से लेकर अन्य स्थिति को लेकर तस्वीर साफ हो गई है। लिहाजा, जल्द ही नए सिरे से संवेदनशील व अति संवेदनशील मतदान केंद्र एवं स्थलों की सूची जारी की जाएगी। फिर इसी के लिहाज से वहां सुरक्षा इंतजाम के लिए निर्देशित किया जाएगा।

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