डिजिटल अरेस्ट कर बुजुर्ग से ठगे 47 लाख रुपये, उत्तराखंड STF ने शातिर को कर्नाटक से किया गिरफ्तार
उत्तराखंड एसटीएफ ने डिजिटल अरेस्ट के नाम पर एक बुजुर्ग से 47 लाख रुपये की ठगी करने वाले साइबर गिरोह के एक आरोपित को कर्नाटक से गिरफ्तार किया है। आरोपि ...और पढ़ें

सांकेतिक तस्वीर।
जागरण संवाददाता, देहरादून: डिजिटल अरेस्ट के नाम पर बुजुर्ग से 47 लाख रुपये की ठगी करने वाले साइबर गिरोह के एक आरोपित को उत्तराखंड स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने कर्नाटक से गिरफ्तार किया है। आरोपित ने साथियों के साथ मिलकर देहरादून निवासी 85 वर्षीय वरिष्ठ नागरिक को डराकर 47 लाख रुपये की ठगी की थी। गिरफ्तार आरोपित 20 वर्ष का है और हिसार हरियाणा का रहने वाला है। उस पर उत्तराखंड पुलिस ने 15 हजार रुपये इनाम घोषित किया था।
एसएसपी एसटीएफ नवनीत सिंह भुल्लर ने बताया कि अगस्त-2024 में बुजुर्ग से साइबर ठगी की शिकायत सामने आई थी। ठगों ने फोन कर खुद को मुंबई पुलिस और सीबीआइ का अधिकारी बताया और पीड़ित को फर्जी मनी लान्ड्रिंग केस में फंसाने की धमकी दी।
आरोपितों ने गिरफ्तारी का डर दिखाते हुए केस से नाम हटाने और खातों में जमा धनराशि के वेरिफिकेशन के बहाने अलग-अलग बैंक खातों में 47 लाख रुपये जमा करवा लिए। मामले की गंभीरता को देखते हुए साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन देहरादून में मुकदमा दर्ज कर जांच निरीक्षक देवेंद्र नबियाल को सौंपी गई।
जांच के दौरान मोबाइल नंबर, बैंक खाते, चैट और अन्य डिजिटल साक्ष्यों का विश्लेषण किया गया। इसके लिए बैंकों, टेलीकाम कंपनियों, डोमेन होस्टिंग कंपनियों व मेटा से भी तकनीकी जानकारी जुटाई गई।
जांच में सामने आया कि ठगी का मास्टरमाइंड अनमोल, निवासी चुधरीवाली आदमपुर, थाना-आदमपुर, जिला हिसार (हरियाणा) है। कई बार दबिश देने के बावजूद उसकी गिरफ्तारी नहीं हो पाई।
इसके बाद न्यायालय से गिरफ्तारी का वारंट जारी कराया गया व जुलाई-2025 में आरोपित पर 15 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया। लगभग छह महीने की लगातार दबिश के बाद एसटीएफ ने आखिरकार आरोपित को कर्नाटक से गिरफ्तार कर लिया। एसटीएफ अब उससे पूछताछ कर गिरोह के अन्य सदस्यों और ठगी के नेटवर्क की जानकारी जुटा रही है।

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