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    अपनी बारी के इंतजार में ओपीडी के बाहर खड़े थे मरीज, अंदर चाय पीते-पीते हुई डॉक्‍टर की मौत

    Rishikesh News एसपीएस राजकीय चिकित्सालय में तैनात डेंटल सर्जन डॉ. ललित जैन (52) की ओपीडी कक्ष में हृदय गति रुकने से मौत हो गई। उस समय ओपीडी में मरीज नहीं थे। मूल रूप से रोहतक (हरियाणा) के रहने वाले डॉ. जैन की 15 जून 2023 को ऋषिकेश अस्पताल में तैनाती हुई थी। उनकी पत्नी डॉ. शुचिता जैन नरेंद्र नगर अस्पताल में वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ के पद पर तैनात हैं।

    By Deepak chandra joshi Edited By: Nirmala Bohra Updated: Sun, 01 Dec 2024 04:28 PM (IST)
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    Rishikesh News: ओपीडी कक्ष में ह्दयगति रुकने से डेंटल सर्जन की मौत। जागरण

    जागरण संवाददाता, ऋषिकेश। Rishikesh News: ऋषिकेश के एसपीएस राजकीय चिकित्सालय में तैनात डेंटल सर्जन डा. ललित जैन (52) की ओपीडी कक्ष में ह्दयगति रुकने से मौत हो गई। उस वक्त ओपीडी में मरीज नहीं थे। वह मूल रूप से रोहतक (हरियाणा) के रहने वाले थे।

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    डा. जैन की 15 जून 2023 को ऋषिकेश अस्पताल में तैनाती हुई थी। इससे पहले वह टिहरी जिले में तैनात थे। उनकी पत्नी डा. शुचिता जैन नरेंद्र नगर अस्पताल में वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ के पद पर तैनात हैं। डा. दंपती नरेंद्र नगर में स्वास्थ्य विभाग के सरकारी भवन में रहते थे।

    सीने में दर्द की शिकायत की

    शनिवार सुबह डा. जैन नरेंद्र नगर से ऋषिकेश अस्पताल पहुंचे और करीब साढ़े नौ बजे अपने एक सहायक को चाय लाने के लिए कहा। ओपीडी कक्ष में वह कुर्सी पर बैठकर चाय पी रहे थे, तभी उन्होंने सीने में दर्द की शिकायत की और फिर बेहोश हो गए।

    मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. पीके चंदोला ने बताया कि डा. जैन को तत्काल अस्पताल के आइसीयू में ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई। इसके बाद अस्पताल में आवश्यक सेवाओं को छोड़कर अवकाश घोषित कर दिया गया। उन्होंने बताया कि अस्पताल के निरीक्षण के लिए कायाकल्प की टीम आनी थी, जिसका कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया।

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    मधुर व्यवहार के लिए हर कोई कर रहा याद

    डा. जैन के निधन पर अस्पताल के सभी चिकित्सक व अन्य स्टाफ गमगीन हैं। नरेंद्र नगर अस्पताल में तैनात स्टाफ भी ऋषिकेश पहुंच गया। मरीजों से लेकर साथी डाक्टर व स्टाफ के साथ अच्छे व्यवहार को लेकर हर कोई उन्हें याद करता रहा।

    मौत से चंद मिनट पहले फोन पर की बात

    डा. जैन के निधन की सूचना पर ऋषिकेश पहुंचे नरेंद्र नगर अस्पताल में तैनात कर्मचारी अमित ने बताया कि सुबह 9:26 बजे डा. जैन का उन्हें फोन आया और उन्होंने अपनी पत्नी डा. शुचिता के ओपीडी में आने को लेकर जानकारी ली। इसी दौरान उन्होंने अपने सहायक को चाय लाने को कहा और फोन काट दिया। कुछ समय बाद उनके निधन की सूचना मिली।

    पार्थिव देह रोहतक ले गए स्वजन

    डा. जैन के स्वजन हरियाणा के रोहतक में सेक्टर 8, गली नंबर 2 में रहते हैं। अंतिम संस्कार के लिए वह उनकी पार्थिव देह रोहतक ले गए हैं। डा. जैन की एक पुत्री और एक पुत्र है। पुत्री एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही है, जबकि पुत्र दादा-दादी के पास रोहतक में रहकर कक्षा-11 में पढ़ाई कर रहा है।

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