Uttarakhand News: जोखिम भरा हुआ सफर, मैदान में छाने लगा घना कोहरा; बसों में नहीं फाग लाइट
उत्तराखंड रोडवेज की बसों में सफर करना जोखिम भरा हो गया है। मैदानी रूटों पर बसों में फाग लाइटें नहीं हैं और टायरों की हालत भी खराब है। रोडवेज का घाटा 100 करोड़ के पार पहुंच गया है, जिससे बसों की मरम्मत में दिक्कत आ रही है। दिल्ली रूट पर चलने वाली बसों की स्थिति ज्यादा खराब है।

सांकेतिक तस्वीर।
जागरण संवाददाता, देहरादून : उत्तराखंड परिवहन निगम (रोडवेज) की बसों में सफर करना जान का जोखिम बना हुआ है। मैदानी रूटों पर संचालित की जा रही बसों में फोग लाइटें नहीं लगाई गई है।
मैदानी रूटों पर घना कोहरे की वजह से बसों को गंत्वय तक पहुंचने में चालक को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इसके अलावा जिन बसों के टायर बदले जाने थे।
उनको नए टायर उपलब्ध नहीं कराए गए। ऐसे में किसी भी समय रूटों पर बसें खड़ी हो सकती है। जिसका खामियाजा यात्रियों को भुगतना पड़ेगा।
दरअसल, रोडवेज का घाटा 100 करोड़ के पार पहुंच चुका है। जिसमें से तकरीबन 10 करोड़ रुपये बसों के पार्ट की देनदारी है। हालांकि मुख्यालय से प्रतिमाह जितने धनराशि विभिन्न डिपो को उपलब्ध कराई जा रही है।
वह प्रयाप्त नहीं है। जबसे ज्यादा चुनौती बसों के संचालन में अगले दो माह तक रहेगी। आइएसबीटी से दिल्ली रूटों पर प्रतिदिन 100 बसें संचालित की जाती है। जिसमें से आडनरी बसों की स्थिति सबसे ज्यादा खराब है। बसों में फोग लाइटें नहीं लगाई गई है।
चालक अपने जोखिम पर बसों को विभिन्न रूटों पर संचालित कर रहे हैं। रोडवेज वर्कशाप से कई बार मुख्यालय को पत्र भेजा जा चुका है। लेकिन मुख्यालय समस्या को गंभीरता से नहीं ले रहा है।
महाप्रबंधक संचालन क्रांति सिंह ने बताया सभी बसों में फोग लाइट लगाने के आदेश जारी कर दिए हैं। जिससे घना कोहरे में बसों के संचालन करने में चालक को परेशानियों का सामना न करना पड़े। बताया गर्मियों में फोग लाइट उतार दी जाती है। ठंड में लाइट बसों में लगाई जाती है।

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