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वन आरक्षी परीक्षा में धांधली का मामला, एसआइटी रिपोर्ट जल्द सार्वजनिक करने की मांग

बेरोजगार संगठन के प्रतिनिधिमंडल ने वन आरक्षी परीक्षा में हुई धांधली को लेकर गठित एसआइटी जांच रिपोर्ट को जल्द सार्वजनिक करने की मांग की है।

By Raksha PanthariEdited By: Published: Tue, 14 Jul 2020 06:43 PM (IST)Updated: Tue, 14 Jul 2020 06:43 PM (IST)
वन आरक्षी परीक्षा में धांधली का मामला, एसआइटी रिपोर्ट जल्द सार्वजनिक करने की मांग
वन आरक्षी परीक्षा में धांधली का मामला, एसआइटी रिपोर्ट जल्द सार्वजनिक करने की मांग

देहरादून, जेएनएन। उत्तराखंड बेरोजगार संगठन के प्रतिनिधिमंडल ने वन आरक्षी परीक्षा में हुई धांधली को लेकर गठित एसआइटी जांच रिपोर्ट को जल्द सार्वजनिक करने के लिए डीजी (एलओ) अशोक कुमार से मुलाकात की। डीजी ने मामले का संज्ञान लेकर तुरंत ही एसआइटी हैड एसएसपी हरिद्वार से फोन पर बातचीत की और उन्हें सख्त निर्देश देते हुए कहा कि इस जांच रिपोर्ट को 10 से 15 दिन के भीतर पूरा किया जाए। 

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संगठन के अध्यक्ष बॉबी पंवार के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को डीजी लॉ एंड ऑर्डर से मुलाकात की और अपनी मांग उनके सामने रखी। इस दौरान एसआइटी हेड ने कहा कि मामले में अभी दो आरोपित पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। इस कारण एसआइटी रिपोर्ट पूरी नहीं हो पाई है। वहीं, उत्तराखंड बेरोजगार संगठन के प्रतिनिधि मंडल ने डीजी लाइन एंड आर्डर से कहा कि अगर जल्द ही एसआइटी रिपोर्ट जारी नहीं की जाती है, तो बेरोजगार संगठन सड़कों पर उतरकर उग्र आंदोलन के लिए बाध्य हो जाएगा। इसकी सारी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी।

राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषज ने जताया आक्रोश  

राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद की ओर से मंगलवार को अर्थ और संख्या कार्यालय का घेराव किया गया। विभाग में कुछ पदों पर पदोन्नति होने पर संतोष व्यक्त किया गया, लेकिन कई पदों पर पदोन्नति न होने को लेकर नाराजगी भी जताई गई। परिषद के प्रदेश अध्यक्ष ठाकुर प्रहलाद सिंह, कार्यकारी महामंत्री शक्ति प्रसाद भट्ट, जिलाध्यक्ष चौधरी ओमवीर सिंह ने विभागीय अधिकारियों से मुलाकात कर कर्मचारियों की समस्याओं को उनके सामने रखा।

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इस दौरान उन्होंने कहा कि शासनादेश जारी होने के बाद भी पदोन्नति में हो रहे विलंब से कर्मचारियों के बीच नाराजगी बढ़ती जा रही है। अगर 31 जुलाई तक पदोन्नति नहीं कर दी गई, तो इसे लेकर वृहद स्तर पर आंदोलन किया जा सकता है।

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