Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    शादियों में बढ़ी मांग, 16 रुपये में मिल रहा 10 का नोट; दूल्हे को पहनाने वाली माला भी महंगी

    Updated: Fri, 18 Apr 2025 04:33 PM (IST)

    Uttarakhand News विवाह और मांगलिक कार्यों के चलते ₹10 के नोटों की मांग बढ़ गई है। बैंकों में नोटों की कमी के कारण लोग बाजार से महंगे दामों पर खरीदने को मजबूर हैं जहां एक गड्डी ₹1600 तक में मिल रही है। शादियों में बढ़ी मांग के कारण नोटों की माला भी महंगी हो गई है। लोग दुकानों पर जाकर पूछ रहे हैं।

    Hero Image
    विवाह और मांगलिक कार्यों के लिए बढ़ी 10 के नोटों की मांग, 1600 में मिल रही गड्डी

    सुमित थपलियाल, जागरण देहरादून। विवाह और मांगलिक कार्यों का सीजन शुरू हो चुका है। लोगों को विवाह में नोटों की माला बनाने, हवा में पैसे उड़ाने, चढ़ावे और अन्य लोगों को देने के लिए नोटों की जरूरत पड़ती है। हालांकि, अधिकांश बैंकों में कड़क 10 के नोट की गड्डी नहीं मिल रही है। कुछ बैंकों के पास हैं भी तो वह कटे-फटे हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    ऐसे में लोग मजबूरन बाजार से महंगे दाम पर नोट खरीद रहे हैं। 10 रुपये की 1000 वाली गड्डी के लिए उन्हें 1600 रुपये तक देने पड़ रहे हैं। वहीं, बाजार में 10 वाली नोटों की माला अन्य के मुकाबले महंगी है।

    कड़क नोट पाकर खुश हो जाते हैं मेहमान

    शादी समारोह में लेनदेने व जश्न के माहौल में नोट लुटाने के लिए लोग छोटे नोटों को प्राथमिकता देते हैं। कड़क नोट पाकर मेहमान भी खुश हो जाते हैं। इसीलिए शादी में 10, 20 और 50 रुपये के नोटों की खासी मांग रहती है।

    यह भी पढ़ें- Uniform Civil Code में मैरिज रजिस्‍ट्रेशन की प्रक्रिया हुई आसान, अब अपलोड नहीं करना होगा ये डॉक्‍यूमेंट

    नोटों की गड्डी के लिए लोग पूजा सामग्री, फूल बचेने वाले, राशन दुकान, दवा विक्रेता, नोट बदलने वाली दुकान पर जाकर पूछ रहे हैं। जिन घरों में विवाह है, उन्हें मजबूरी में अधिक पैसे देकर नए नोट खरीदने पड़ रहे हैं। लोगों का कहना है कि बैंक उन्हें मना कर देते हैं, लेकिन बाजार में जाएंगे तो अधिक दाम देकर उन्हें 10 रुपये की गड्डी आसानी से मिल जाती है।

    नोटों की माला भी डेढ़ गुना तक महंगी

    कड़क नोटों के अलावा दूल्हे को पहनाने वाली नोटों की माला भी महंगी हो चली है। पलटन बाजार कास्मेटिक और रुपये की माला बेचने वाले दाऊद आजम ने बताया कि 10 के नोट ना मिलने से जिनके पास भी माला है वह महंगी बेच रहे हैं।

    वहीं, पलटन बाजार के व्यापारी निलेश ने बताया कि 500 रुपये वाली 10 के नए नोट की माला 850 की और 20 के नोट की 670 रुपये की है। झंडा बाजार के दुकानदार रितेश ने बताया कि उन्हें खुद 10 रुपये की 1000 वाली गड्डी 1600 रुपये की मिल रही है। इसलिए 10 रुपये के नोट वाली माला का महंगा होना स्वाभाविक है।

    यह भी पढ़ें-Chardham तीर्थयात्रियों के पास आ रहे पर्सनल मैसेज, इस बात के लिए किया जा रहा आगाह

    बैंकों में कड़क 10 के नोटों की गड्डी आसानी से नहीं मिल रही है। बैंक से निराश होकर लोग 10 की गड्डी के लिए बाजार पहुंच रहे हैं। सवाल यह है कि बैंकों में जब नोट नहीं हैं तो बाहर महंगे दामों में नोटों की गड्डी कैसे मिल रही है। - जगमोहन सिंह रावत अध्यक्ष झंडा मोहल्ला दुकानदार समिति

    रिजर्व बैंक आफ इंडिया के तहत नोटों को उतने ही पैसे पर खर्च किया जाता है, जितना उस पर लिखा होता है। साथ ही निर्धारित खाता धारक और आम व्यक्ति को नियमानुसार ही कुछ गड्डी उपलब्ध कराई जाती हैं। यहां का लेनदेन कारनुर पर निर्भर है। पहले 10 की गड्डी आसानी से मिल जाती थी, लेकिन लोग नोट के लिए परेशान हैं। यदि किसी बैंक के पास गड्डी नहीं है तो वह रिजर्व बैंक को सूचित करता है कि उन्हें 10, 20, 50, 100 के नोट की जरूरत है। - जगमोहन मेंदीरत्ता, पूर्व महामंत्री उत्तरांचल बैंक यूनियन

    आरबीआइ ने पैसा दिया है तो हर बैंक का काम है कि ग्राहक में उसे वितरित करें। 10 के नोट की सप्लाई कम होने से परेशानी हो सकती है। हालांकि, मुख्य ब्रांचों के पास यह मिल जाएंगे। बैंक की कोशिश रहती है कि उपभोक्ता को एक अथवा दो गड़्डी नोट मिले। क्योंकि एक उपभोक्ता को ज्यादा गड्डी देंगे तो कालाबाजारी हो सकती है। सिक्के बहुत होते हैं, लेकिन लोग सिक्के बहुत ही कम लेते हैं। - विनोद कुमार, डीजीएम एसबीआइ।