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    प्रिंसिपल मर्डर केस: 'जब मार डाला, तब पश्चाताप' संगम में लगाई डुबकी... वंश बढ़ाने को गीता से बेटा चाहते थे गुरुजी

    Updated: Sat, 01 Mar 2025 10:15 AM (IST)

    प्रिंसिपल श्याम लाल की हत्या के बाद जब गीता और हिमांशु को रुपये नहीं मिले तो उन्हें अपने किए पर पछतावा हुआ। गीता ने बताया कि इसी कारण वह अपने पाप का पश्चाताप करने के लिए प्रयागराज गए और महाकुंभ में संगम में डुबकी लगाई। एक रात वहां रुकने के बाद वह दोबारा दिल्ली पहुंचे और जहां से वह कुरुक्षेत्र होते हुए अमृतसर पहुंच गए।

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    आरोपित गीता व उसका पति हिमांशु चौधरी। एसएसपी अजय सिंह। जागरण।

    सोबन सिंह गुसांई l जागरण देहरादून। पत्नी की मौत के बाद दो बेटियों के पिता श्यामलाल को सबसे बड़ी चिंता यह थी कि उनके बाद वंश आगे नहीं बढ़ पाएगा। इसी कारण वह गीता के साथ अपने संबंधों से एक बेटा पैदा करना चाह रहे थे। पुलिस के मुताबिक श्यामलाल गुरुजी इस काम के लिए गीता को 20 लाख रुपये तक देने का ऑफर कर चुके थे। ऑफर के बाद ही गीता और हिमांशु को लगा कि श्यामलाल के पास काफी रुपया है। गीता भी एकमुश्त रकम ऐंठकर श्यामलाल से पीछा छुड़ाने की फिराक में थी।

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    ऐसे में गीता व हिमांशु ने श्यामलाल को अश्लील वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करने और रुपये ऐंठने का षड़यंत्र रचा। आरोपित गीता ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि उसके श्यामलाल के साथ पिछले 12 वर्ष से अनैतिक संबंध थे।

    हर महीने खर्च दे रहे थे श्यामलाल

    श्यामलाल उसे हर माह 50 हजार से एक लाख रुपये खर्चा दे रहा था। बुजुर्ग श्यामलाल एक संस्था चलाते थे और वहीं दोनों की मुलाकात हुई थी। गीता ने बताया कि श्यामलाल की पत्नी का लगभग 20 वर्ष पहले निधन हो गया था। उनकी दो बेटियों में से एक की शादी हो चुकी है, जबकि दूसरी अविवाहित है। ऐसे में श्यामलाल अपने वंश को लेकर तनाव में रहते थे।

    पुलिस की गिरफ्त में हत्या के आरोपित दंपती।

    एक बेटा पैदा करने का बना रहे थे दबाव

    गीता ने बताया कि श्यामलाल लगातार उस पर एक बेटा पैदा करने का दबाव बना रहे थे। इसी दौरान सात माह पूर्व उसकी मुलाकात हिमांशु चौधरी से हुई, जो एमबीबीएस कर रहा था। वह दोनों करीब आ गए और शादी कर ली। इसके बाद श्यामलाल से गीता का मिलना-जुलना कम हो गया। जिससे श्यामलाल परेशान थे। वह अकसर गीता पर मिलने का दबाव डाल रहे थे और उन्होंने बेटा देने के बदले गीता को 20 लाख रुपये देने की पेशकश कर दी। यही एक वजह श्यामलाल की मौत का कारण भी बन गई।

    गीता और हिमांशु को लगा कि श्यामलाल के पास काफी रुपया है, जिसे ऐंठा जा सकता है। हत्या के बाद श्यामलाल के मोबाइल फोन से खाते की डिटेल खंगाली तो उन्हें बैंक खाते खाली मिले।

    हत्याकांड की जानकारी देते एसएसपी अजय सिंह।

    जरूरत लाई तीनों को करीब, अब सलाखों के पीछे

    हत्याकांड में पुलिस की जांच में सामने आया कि जरूरत पूरी करने की चाह ही श्यामलाल, गीता और हिमांशु को एक-दूसरे के करीब लाई। श्यामलाल को बेटा पैदा करने की चाहत थी तो गीता श्यामलाल से रुपये ऐंठना चाहती थी। वहीं, हिमांशु भी गीता के जरिये अपनी आर्थिक तंगी दूर करना चाहता था।

    ब्यूटी पार्लर चलाती थी गीता

    आरोपित गीता पहले ब्यूटी पार्लर चलाती थी, लेकिन बेटी होने के बाद उसने काम बंद कर दिया। रुपये की जरूरत वह श्यामलाल से पूरी करती रही, लेकिन जब हिमांशु मिला तो उसने श्यामलाल से दूरी बनानी शुरू कर दी। लेकिन, रुपये की जरूरत तो श्यामलाल ही पूरी कर सकते थे। ऐसे में श्यामलाल को ही जान से हाथ गंवाना पड़ा और गीता व हिमांशु अपनी जरूरतों को पूरा करने की चाह में अपराध कर सलाखों के पीछे पहुंच गए।

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    गीता पांच महीने की गर्भवती

    गीता वर्तमान में करीब पांच माह की गर्भवती है। उसके गर्भ में पल रही संतान हिमांशु की है या श्यामलाल की, इस संबंध में पुलिस चिकित्सीय जांच कराने की तैयारी कर रही। पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि गीता अब तक श्यामलाल से 10 लाख रुपये से अधिक धनराशि ले चुकी थी। मृतक के नाम पर दून में करोड़ों की जमीन भी है।

    जब मार डाला, तब पश्चाताप, संगम में लगाई डुबकी

    बुजुर्ग श्यामलाल की हत्या के बाद जब रुपये भी नहीं मिले तो गीता और हिमांशु को अपने अपराध का बोध हुआ। गीता ने बताया कि इसी कारण वह अपने पाप का पश्चाताप करने के लिए प्रयागराज गए और महाकुंभ में संगम में डुबकी लगाई। एक रात वहां रुकने के बाद वह दोबारा दिल्ली पहुंचे और जहां से वह कुरुक्षेत्र होते हुए अमृतसर पहुंच गए। रुपये न होने के चलते 200 रुपये में किराए का कमरा लेकर रहने लगे।