फर्जी शादी में जमकर बजने वाला था बैंड बाजा, पुलिस ने कैसिंल कराया पूरा 'वेडिंग प्लान'
देहरादून के एक मॉल में होने वाले बैंड बाजा बारात थीम पर आधारित नकली शादी कार्यक्रम को पुलिस ने रद्द कर दिया। आयोजकों को धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाले कार्यक्रम आयोजित न करने की चेतावनी दी गई है। इस कार्यक्रम में रजिस्ट्रेशन फीस रखी गई थी और ड्रेस कोड भी निर्धारित था जिसमे नकली शादी के कारोबार में मोटी कमाई का लक्ष्य था।

जागरण संवाददाता, जागरण। दून के एक मॉल में आयोजित होने जा रहे बैंड-बाजा-बरात नकली शादी इवेंट में पुलिस ने ब्रेक लगा दिया है। माॅल आफ देहरादून में प्रस्तावित बैंड बाजा बारात फर्जी शादी इवेंट को बढ़ते विवाद के चलते एसएसपी ने आयोजन को रद्द करवाया। साथ ही आयोजकों को स्पष्ट हिदायत दी कि उनकी ओर से ऐसा कोई भी कार्यक्रम आयोजित नहीं किया जाएगा, जिससे लोगो की सांप्रदायिक व धार्मिक भावनाएं आहत हो।
इसके साथ ही अपने यहां आयोजित किसी भी कार्यक्रम में सेफ्टी मानकों, सुरक्षा प्रोटोकॉल, क्राउड मैनेजमेंट एवं प्रशासनिक दिशा-निर्देशों का कड़ाई से पालन किया जाएगा। ऐसे कार्यक्रम आयोजित किए जायें जो केवल सांस्कृतिक व मनोरंजन गतिविधियों तक ही सीमित रहे। किसी भी कार्यक्रम का आयोजन केवल तभी किया जाएगा जब प्रशासन से नियमानुसार विधिवत अनुमति प्राप्त हो।
मुंबई, दिल्ली-एनसीआर, बेंगलुरु जैसे बड़े शहरों की तरह देवभूमि में भी इस तरह की नकली शादी आयोजित होने लगी हैं। राजधानी के माल आफ देहरादून में बैंड-बाजा-बरात थीम पर छह सितंबर को फर्जी शादी इवेंट कराया जा रहा था।
इस इवेंट में डेकोरेशन से लेकर बरात जैसे रिवाज नकली तौर पर दिखाए जाने वाले थे। इसके लिए आयोजकों ने बाकायदा 1001 रुपये रजिस्ट्रेशन फीस रखी और मेहमान बनकर आने वाले युवक-युवतियों के लिए ड्रेस कोड भी निर्धारित किया गया।
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नकली शादी के कारोबार में मोटी कमाई
नकली शादी के इस कारोबार में मोटी कमाई होती है। आयोजक लाखों रुपये लेकर पूरा पैकेज तैयार करते हैं। बरातियों की भीड़ जुटाने के लिए आनलाइन कार्ड भेजे जाते हैं। बराती भी रेगुलर ग्राहक होते हैं। बैंड-बाजे से लेकर सजावट तक सब कुछ असली जैसा होता है, बस असली नहीं होता तो वह है रिश्ता।
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