विदेशी करेंसी का लालच देकर महिला और साथी ने ठगे लाखों, दिल्ली और महाराष्ट्र में भी कई से ठगी; गिरफ्तार
लाखों की ठगी करने वाले महिला सहित दो आरोपितों को पटेल नगर कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित महिलाओं के खिलाफ प्रेमनगर थाने में भी मुकदमा दर्ज है। इसके अलावा दोनों दिल्ली में 10 और महाराष्ट्र में 15 ठगी की घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं।
जागरण संवाददाता, देहरादून। विदेशी मुद्रा देने का झांसा देकर ठगी करने वाले गिरोह का पटेलनगर कोवताली पुलिस ने पर्दाफाश किया है। पुलिस ने एक महिला सहित दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है, जबकि उनके सात अन्य साथी अभी फरार हैं। पुलिस इनकी तलाश में जुट गई है। गिरफ्तार आरोपितों से एक लाख आठ हजार रुपये, 42 सिम, 16 मोबाइल व सऊदी अरब की मुद्रा रियाल बरामद की गई है।
मंगलवार को पुलिस कार्यालय में पत्रकारों से रूबरू एसएसपी जन्मेजय खंडूड़ी ने बताया कि 25 दिसंबर को पार्लर संचालक तिलकराम निवासी करनपुर ने पटेलनगर कोतवाली में तहरीर दी थी कि 17 दिसंबर को एक महिला ने उन्हें ब्रह्मपुरी में बुलाकर 1600 रियाल देने के नाम पर तीन लाख रुपये ठग लिए। इससे पहले प्रेमनगर क्षेत्र में प्रेम पेटवाल निवासी डालनवाला से इसी तरह एक लाख की ठगी हुई थी। पुलिस ने घटना स्थल के आसपास के 108 कैमरों की फुटेज चेक की। इसके अलावा आरोपितों की ओर से घटना में इस्तेमाल किए गए मोबाइल फोन की लोकेशन व काल डिटेल खंगाली। आरोपितों के मोबाइल नंबर की आइडी बंगाल की पाई गई। जांच के बाद पुलिस ने मंगलवार को आरोपितों को ब्रह्मपुरी से गिरफ्तार कर लिया। इनकी पहचान जब्बार निवासी बंगाल वर्तमान निवासी किशनकुंज लक्ष्मीनगर पूर्वी दिल्ली और रिपा निवासी कबीर बस्ती रोशनवाला गली उत्तरी दिल्ली के रूप में हुई। आरोपितों ने खुड़बुड़ा में किराये पर कमरा लिया हुआ था।
ऐसे करते थे ठगी
एसएसपी ने बताया कि इस गिरोह की महिला सदस्य 50 रियाल का नोट (भारतीय मुद्रा में कीमत 950 रुपये) लेकर दुकानों और घरों में जाती हैं। दुकानदार या घर के सदस्य को झूठी कहानी सुनाकर विश्वास में लेती हैं। इसके बाद संबंधित व्यक्ति को यह कहकर आधी कीमत में विदेशी मुद्रा देने का लालच देती है कि उसके पास विदेशी मुद्रा के बहुत सारे नोट हैं। सौदा तय होने पर महिला संबंधित व्यक्ति को किसी सार्वजनिक क्षेत्र में बुलाती है। वहां धनराशि के बदले में एक बैग देती है, जिसमें विदेशी मुद्रा के बजाये कागज की गड्डी होती है। सार्वजनिक क्षेत्र होने के कारण पीड़ित मौके पर बैग को सही ढंग से चेक नहीं कर पाता। इस दौरान महिला सदस्य अपने अन्य साथियों से आइएमओ एप से बात भी करती रहती है।
दिल्ली व मुंबई में भी दर्ज हैं मुकदमे
एसएसपी ने बताया कि आरोपितों के खिलाफ देहरादून में दो, दिल्ली में 10 और मुंबई में 15 मुकदमे दर्ज हैं। आरोपितों के आपराधिक इतिहास की जानकारी जुटाई जा रही है। बताया जा रहा है कि जिस मकान में आरोपित किराये पर कमरा लेकर रह रहे थे, उक्त मकान मालिक ने उनका सत्यापन भी नहीं करवाया था। ऐसे में पुलिस मकान मालिक के खिलाफ भी कार्रवाई कर सकती है।
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