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    देहरादून-मसूरी मार्ग पर रोक के बाद भी दौड़ रही निजी बसें, परिवहन निगम कर्मचारियों में आक्रोश

    Updated: Thu, 02 Oct 2025 06:54 AM (IST)

    देहरादून में आपदा के बाद मसूरी मार्ग पर भारी वाहनों पर रोक है लेकिन निजी बसें चल रही हैं। रोडवेज बसों पर रोक जारी रहने से कर्मचारियों में आक्रोश है। उनका कहना है कि इससे सैलानियों के साथ स्थानीय लोगों को भी परेशानी हो रही है। कर्मचारी प्रशासन से रोडवेज बसों को भी अनुमति देने की मांग कर रहे हैं ताकि लोगों को राहत मिल सके।

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    निजी बसें जा रहीं मसूरी, रोडवेज की नो-एंट्री

    जागरण संवाददाता, देहरादून। दून में 15 सितंबर को आई आपदा के बाद से मसूरी मार्ग क्षतिग्रस्त होने के कारण जिला-प्रशासन ने भारी वाहनों के आवागमन पर रोक लगा दी थी, लेकिन मार्ग दुरुस्त होने के बाद यहां निजी बसों का संचालन बेरोकटोक हो रहा।

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    वहीं, परिवहन निगम की बसों के इस मार्ग पर जाने पर रोक जारी है। इससे परिवहन निगम कर्मचारियों में आक्रोश है। आरोप है कि निगम की बसों का संचालन न होने से सिर्फ सैलानियों को ही नहीं, बल्कि स्थानीय लोगों को भी मुसीबत झेलनी पड़ रही। कर्मचारियों ने प्रशासन से निगम की बसों को भी मार्ग पर जाने की अनुमति देने की मांग की है।

    राज्य निगम कर्मचारी अधिकारी महासंघ उत्तराखंड के संरक्षक व सेवानिवृत्त परिवहन निगम कर्मचारी दिनेश गोसाई की ओर से इस मामले में प्रशासन को पत्र भेजा गया है। बताया गया कि आपदा के कारण मसूरी मार्ग पर पुलिया ध्वस्त होने के कारण वाहनों का आवागमन बंद हो गया था।

    जब चार दिन बाद मार्ग सुचारु हुआ तो प्रशासन ने केवल हल्के वाहनों के संचालन को अनुमति दी। उसके लिए भी सुबह सात बजे से रात आठ बजे तक का समय निर्धारित है। रोक के कारण परिवहन निगम की बसें तभी से खड़ी हैं।

    आरोप है कि इस दौरान निजी बसों और विश्वनाथ सेवा की बसों का आवागमन इस मार्ग पर लगातार चल रहा है। यह बसें मसूरी बाईपास से टिहरी व उत्तरकाशी जाती हैं। महासंघ के अनुसार अगर निजी बसों का संचालन हो रहा तो निगम की बसों पर रोक क्यों जारी है।

    बताया गया कि निगम के टेंपो ट्रेवलर जरूर मसूरी मार्ग पर चल रहे, लेकिन इसमें सीधे दून से मसूरी तक का किराया लिया जाता है। बीच मार्ग के यात्री नहीं बैठाए जाते। जिस कारण मसूरी मार्ग पर पड़ने वाले क्षेत्रों के लोग परेशान हैं।