Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    कर्नल से 85 लाख की साइबर ठगी करने वाले तीन अफ्रीकन गिरफ्तार, एसटीएफ की टीम ने पंजाब से पकड़ा

    Updated: Mon, 22 Sep 2025 11:06 AM (IST)

    उत्तराखंड एसटीएफ ने देहरादून के कर्नल से 85 लाख की साइबर ठगी करने वाले तीन अफ्रीकी नागरिकों को पंजाब से गिरफ्तार किया। आरोपियों ने फेसबुक के जरिए कर्नल को फंसाया और हर्बल बीजों के व्यापार का लालच दिया। कर्नल ने 85 लाख रुपये दिए पर बीज नहीं मिले। जांच में पता चला कि किसान फर्जी था और ठगी में अफ्रीकी नागरिक शामिल थे।

    Hero Image
    साइबर ठगी के मामले में पंजाब से गिरफ्तार तीन विदेशी नागरिक। पुलिस

    जागरण संवाददाता, देहरादून। उत्तराखंड एसटीएफ की साइबर क्राइम टीम ने देहरादून के कर्नल से 85 लाख रुपये की साइबर ठगी करने वाले तीन अफ्रीकी नागरिकों, हेनरी जेरी, नाकिगोजी फीजा और एलिजाबेथ को पंजाब से गिरफ्तार किया है।

    आरोपितों ने कर्नल को झांसे में लेने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफार्म का सहारा लिया और उन्हें आकर्षक आफर दिए। साइबर क्राइम टीम ने आरोपितों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है।

    यह है पूरा मामला

    एसएसपी एसटीएफ नवनीत सिंह ने बताया कि हाल ही में कर्नल सुरजीत सिंह ने पुलिस को तहरीर देकर शिकायत की थी कि 12 जून को फेसबुक के माध्यम से सारा वाल्टर नाम की एक महिला ने उनसे संपर्क किया।

    उसने खुद को यूक्रेन निवासी बताते हुए रायल इंफर्मरी अस्पताल, ब्रिस्टल, यूके में नर्स के रूप में काम करने का दावा किया। एलिजाबेथ ने एक व्यक्ति फ्रैंक से संपर्क कराया, जो एबाट फार्मास्युटिकल का क्रय प्रबंधक होने का दावा कर रहा था।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    उन्होंने दुर्लभ हर्बल बीजों की खरीद और बिक्री का प्रस्ताव रखा, जिसका उपयोग कैंसर, अवसाद और अन्य बीमारियों के लिए दवाइयों के निर्माण में किया जाता है।

    शिकायतकर्ता ने बताया कि उन्हें भारतीय हर्बल बीजों के स्थानीय खरीददार के रूप में काम करना था। बीजों की कीमत 81 हजार रुपये प्रति पैकेट (लगभग 1,000 डॉलर) थी और कंपनी को 2,000 डालर प्रति पैकेट में बेचा जाना था।

    उन्होंने पहले 100 पैकेट का ऑर्डर दिया और भुगतान अरुणाचल प्रदेश के किसान सोनम थापा को किया। हर्बल बीजों की खरीद के लिए उन्होंने 12 से 29 जून के बीच कई खातों में 85 लाख रुपये का ऑनलाइन भुगतान किया, लेकिन बीज नहीं पहुंचे।

    जब उन्होंने किसान के बारे में जानकारी जुटाई, तो पता चला कि वह फर्जी था। साइबर क्राइम टीम ने मामले की जांच शुरू की, जिसमें अफ्रीकी नागरिकों का हाथ होने की बात सामने आई।

    इसके बाद टीम ने पंजाब पहुंचकर आरोपितों को गिरफ्तार किया। एसएसपी ने बताया कि मामले की जांच जारी है और अन्य आरोपितों के नाम भी जल्द सामने आ सकते हैं।

    यह भी पढ़ें- यू-ट्यूबर सौरभ जोशी को आया ईमेल… मैटर पढ़ते ही उड़ गए होश, शादी से पहले ‘पांच करोड़’ की आफत