coronavirus: समझदारी दिखाएं, खुद को इस तरह कोरोना वायरस से बचाएं; लक्षण भी जानें
अभी सतर्कता और एहतियात बरतकर कोरोना से बचाव ही सर्वश्रेष्ठ विकल्प है। यही सलाह स्वास्थ्य विशेषज्ञ और सरकारें भी दे रही हैं।
देहरादून, जेएनएन। कोरोना का अभी कोई पुख्ता इलाज नहीं खोजा जा सका है। दुनियाभर के वैज्ञानिक इसकी सटीक दवा खोजने में जुटे हैं। फिलहाल सतर्कता और एहतियात बरतकर कोरोना से बचाव ही सर्वश्रेष्ठ विकल्प है। यही सलाह स्वास्थ्य विशेषज्ञ और सरकारें भी दे रही हैं। दून की मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मीनाक्षी जोशी ने भी लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है। उनका कहना है कि कोरोना को लेकर समुचित तैयारी की गई है। लोगों को इससे घबराने के बजाय एहतियात बरतकर खुद को सुरक्षित रखने का प्रयास करना चाहिए। कोरोना से महज दो फीसद मामलों में मौत होती है, सामान्यत: इसमें व्यक्ति ठीक हो जाता है।
यह हैं कोरोना वायरस के लक्षण
- कोरोना वायरस से पीडि़त व्यक्ति को सबसे पहले बुखार आता है।
- बुखार के बाद उसे सूखी खांसी और हफ्तेभर में सांस लेने में तकलीफ महसूस होती है।
- कोरोना के गंभीर मामलों में निमोनिया, सांस लेने में बेहद तकलीफ, किडनी फेल होना और यहां तक कि मौत भी हो सकती है।
- कोरोना वायरस उम्रदराज लोगों के साथ अस्थमा, मधुमेह, दिल की बीमारी जैसे रोगों से पीड़ित लोगों के लिए गंभीर खतरा बन सकता है।
कोरोना का संक्रमण फैलने से कैसे रोकें
- कोरोना को रोकने के लिए ज्यादा से ज्यादा घर पर रहें। हो सके तो ऑफिस का काम घर से करें। स्कूल या सार्वजनिक जगहों पर बिना किसी काम के न जाएं।
- सार्वजनिक वाहन जैसे बस, ट्रेन, ऑटो या टैक्सी से यात्रा करने से बचें।
- कोशिश करें कि घर में बिना किसी वजह मेहमानों को न बुलाएं।
- अपने कमरे, रसोई और बाथरूम को साफ रखें। ऐसा करने से संक्रमण का खतरा कम होगा।
- स्वच्छता का विशेष खयाल रखें, हाथों को सैनिटाइज करें और बार-बार मुंह पर न लगाएं।
कोरोना के संक्रमण में आने के बाद यह करें
- लक्षण दिखने पर नजदीकी अस्पताल जाएं और जांच कराएं।
- डॉक्टरों की सलाह पर कोरोना वायरस में दिखने वाले लक्षणों को कम या ठीक करने वाली दवा दी जा सकती हैं।
- जब तक संक्रमित व्यक्ति ठीक न हो जाए, तब तक वह दूसरों से दूर रहे।
ट्रेनों से कंबल और पर्दे हटाने पर यात्री गुस्साए
कोरोना वायरस से सुरक्षा के मद्देनजर देहरादून से चलने वाली सभी ट्रेनों के एसी कोच से कंबल और पर्दे हटा दिए गए हैं। दून स्टेशन प्रबंधन ने यह निर्णय रेलवे बोर्ड के आदेश के बाद लिया। रविवार को ऐन मौके पर इसकी सूचना मिलने से यात्री नाराज हो गए और स्टेशन अधीक्षक के पास शिकायत लेकर पहुंचे। हालांकि, जब यह पता चला कि ऐसा कोरोना वायरस से बचाव के लिए किया गया है तो यात्री शांत हो गए। दून स्टेशन के वाणिज्य निरीक्षक एसके अग्रवाल ने बताया कि ट्रेनों के कंबल और पर्दों की रोजाना धुलाई नहीं होती। बोर्ड के आदेश के बाद कोरोना वायरस से सुरक्षा के मद्देनजर इन्हें हटाया गया है। यात्रियों को बेडशीट दी जा रही है।
दून स्टेशन को किया सेनिटाइज
देहरादून रेलवे स्टेशन प्रबंधन कोरोना वायरस को लेकर सतर्क दिख रहा है। रविवार को स्टेशन प्रबंधन ने पूरे स्टेशन को सेनिटाइज कराया। इसमें दोनों आरक्षण केंद्र, लिफ्ट, सीढ़ियां, वेटिंग हॉल, प्लेटफार्म और ट्रेनें शामिल थीं। एनाउंसमेंट के जरिये यात्रियों को कोरोना वायरस से बचाव की जानकारी भी दी जा रही है।
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यात्रियों और कर्मचारियों को बांटे मास्क
दून रेलवे स्टेशन पर रविवार को यात्रियों और कर्मचारियों को मास्क वितरित किए गए। सीनियर कंसलटेंट हेल्थ उत्तर रेलवे देहरादून के माध्यम से सरकार से स्टेशन पर एक मेडिकल टीम नियुक्त करने को पत्राचार किया गया है।
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टिकट रद कराने वालों की संख्या बढ़ी
कोरोना के खौफ से लोग ट्रेनों में सफर करने से बच रहे हैं। एक सप्ताह में ट्रेनों में टिकट कैंसिल कराने वालों की संख्या दोगुनी हो गई है। पहले आमतौर पर एक दिन में 150 तक टिकट रद होते थे, लेकिन अब रोजाना 350 से अधिक टिकट निरस्त कराए जा रहे हैं।
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