आजादी के आंदोलन से युवाओं को जोड़े मेजर दुर्गा मल्ल
विकासनगर आजाद हिद फौज में युवाओं को शामिल कराने में बड़ा योगदान देने वाले मेजर दुर्गा मल्ल को याद करते हुए उनके 77 वें बलिदान दिवस पर श्रद्धांजलि अर्पित की ई।

जागरण संवाददाता, विकासनगर: आजाद हिद फौज में युवाओं को शामिल कराने में बड़ा योगदान देने वाले शहीद मेजर दुर्गा मल्ल के 77वें बलिदान दिवस पर तेलपुर में श्रद्धाजंलि सभा का आयोजन किया गया। इसमें गोर्खाली सुधार सभा शाखा विकासनगर की तरफ से शहीद मेजर दुर्गा मल्ल को उनके बलिदान दिवस पर याद कर भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई।
गोर्खाली सुधार सभा के शाखा अध्यक्ष जोगेंद्र शाह ने शहीद की संक्षिप्त जीवनी पर प्रकाश डालते हुए बताया कि मात्र 18 वर्ष की आयु में दुर्गा मल्ल 2/1 गोरखा राइफल्स में भर्ती हो गए थे। अप्रैल 1941 को दुर्गामल्ल की टुकड़ी सिकंदराबाद पहुंचीं, जहां से उन्हें आगे विदेश रवाना होना था। अपने सैनिक धर्म को निभाते हुए 23 अगस्त 1941 को बटालियन के साथ मलाया रवाना हुये। आठ दिसंबर 1941 को मित्र देशों पर जापान के आक्रमण के बाद युद्ध की घोषणा हो गई थी। इसके परिणाम स्वरूप जापान की मदद से एक सितंबर 1942 को सिगापुर में आजाद हिद फौज का गठन हुआ। इसमें दुर्गा मल्ल की बहुत ही सराहनीय भूमिका थी। इसके लिए दुर्गा मल्ल को मेजर के लिए प्रोनन्त किया गया। उन्होंने युवाओं को आजाद हिद फौज में शामिल करने में बड़ा योगदान दिया। बाद में गुप्तचर शाखा का महत्वपूर्ण कार्य दुर्गामल्ल को सौंपा गया। 27 मार्च 1944 को महत्वपूर्ण सूचनाएं एकत्र करते समय दुर्गा मल्ल को शत्रु सेना ने मणिपुर में कोहिमा के पास उखरूल में पकड़ लिया। 15 अगस्त 1944 को उन्हें लालकिले के सेंट्रल जेल लाया गया और दस दिन बाद 25 अगस्त 1944 को फांसी के फंदे पर चढ़ा दिया गया। इस प्रकार उन्हें आजाद हिद फौज का प्रथम गोरखा शहीद होने का गौरव प्राप्त हुआ। तेलपुर में गोर्खाली सुधार सभा के श्रद्धाजंलि कार्यक्रम में ग्राम प्रधान बाडवाला अरूण खत्री, क्षेत्र पंचायत सदस्य लक्ष्मण मल्ल, कैप्टन सुशील थापा, मनप्रसाद पुन, सचिव विपेन्द्र थापा, विरेन्द्र ठाकुर, माला शर्मा, द्रोपती शाह, मीनू शाह आदि मौजूद रहे। वहीं हरबर्टपुर में पछवादून विकास मंच ने मेजर दुर्गा मल्ल के बलिदान दिवस पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए। मंच संयोजक अतुल शर्मा ने कहा कि शहीद दुर्गा मल्ल देहरादून क्षेत्र के निवासी थे। जिन्होंने देश सेवा का संकल्प लेकर राष्ट्रहित को सर्वोपरि माना। हम सदैव उनके ऋणी रहेंगे। इस अवसर पर मंच के संजीव गुप्ता, सुनील कुमार, नवीन कुमार, राकेश कुमार, आमोद शर्मा, आलोक खनक्रियाल, मोहन खत्री, राजेंद्र सिंह चौहान, भूपेंद्र सिंह, मुकेश कुमार, अमन बिजलवान, सुमित कश्यप, कलम सिंह आदि ने विचार रखे।
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