मोदी लहर की काट के लिए कांग्रेस को इंटरनेट मीडिया का सहारा
किसान आंदोलन को लेकर इंटरनेट मीडिया पर चल रही मुहिम को कांग्रेस अपने आगामी चुनावी अभियानों में आजमाने की तैयारी में है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लहर की काट के लिए कांग्रेस अब इस माध्यम के आक्रामक इस्तेमाल के तरीके ढूढ़ने में जुट गई है।

राज्य ब्यूरो, देहरादून: किसान आंदोलन को लेकर इंटरनेट मीडिया पर चल रही मुहिम को कांग्रेस अपने आगामी चुनावी अभियानों में आजमाने की तैयारी में है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लहर की काट के लिए कांग्रेस अब इस माध्यम के आक्रामक इस्तेमाल के तरीके ढूढ़ने में जुट गई है। इसके लिए युवाओं की तलाश की जा रही है।
प्रदेश में 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में करारी शिकस्त झेल चुकी कांग्रेस अब तक मोदी लहर की काट तलाश नहीं कर सकी है।
किसान आंदोलन के बहाने पार्टी को इंटरनेट मीडिया के आक्रामक इस्तेमाल का रास्ता सूझा है। इसके लिए यूं तो देशभर में ही पार्टी की ओर से इंटरनेट मीडिया वारियर को जोड़ने की कवायद की जा रही है। चूंकि उत्तराखंड में अगले वर्ष विधानसभा चुनाव होने हैं, इसे ध्यान में रखकर पार्टी इस राज्य पर खास जोर दे रही है। पार्टी हाईकमान ने यूं तो हर लोकसभा क्षेत्र में एक-एक हजार वारियर को पार्टी से जोड़ने का लक्ष्य रखा है, लेकिन उत्तराखंड में इस मुहिम को ब्लाक और बूथ स्तर तक ले जाने की तैयारी है। यही वजह है कि हर बूथ पर 100-100 ऐसे वारियर को पार्टी से जोड़ने पर जोर दिया जा रहा है। दरअसल पार्टी की नजरें उत्तराखंड में मोबाइल फोन उपभोक्ताओं पर टिकी हैं। इनकी संख्या आबादी की संख्या से कहीं ज्यादा है।
यह भी पढ़ें- सीएम योगी आदित्यनाथ ने किया डिजिटल लाइब्रेरी का शुभारंभ, बोले- एक स्थान पर मिलेगी देश-दुनिया की जानकारी
ऐसे में पार्टी के रणनीतिकारों का मानना है कि इंटरनेट मीडिया पर चलाए जाने वाले अभियान का पूरा फायदा उन्हें मिलेगा। साथ में इसके माध्यम से जनता को पार्टी के पक्ष में ध्रुवीकृत करने में आसानी रहेगी। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने इसके संकेत भी दिए हैं। उन्होंने कहा कि अब इंटरनेट मीडिया की जरूरत बढ़ गई है। देश के जिसतरह हालात हैं, उसमें तथ्यों को तोड़-मरोड़कर पेश किया जा रहा है। आम जन को दिग्भ्रमित करने के प्रयास किए जा रहे हैं। ऐसे में इंटरनेट मीडिया के माध्यम से जन जागरूकता बेहद जरूरी है। कांग्रेस इस अभियान को बूथ स्तर से गांव तक ले जाएगी। इंटरनेट मीडिया की भूमिका अहम हो गई है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।