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पहाड़ों में बढ़ रहे कोरोना के मामलों पर कांग्रेस ने जताई चिंता, सरकार पर लगाए कई आरोप

पहाड़ों में बढ़ रहे कोरोना संक्रमण पर कांग्रेस ने गंभीर चिंता जताई है और सरकार को आड़े हाथ लिया है। पार्टी का आरोप है कि राज्य का स्वास्थ्य महकमा अंतिम सांसें ले रहा है। कोरोनाकाल में स्वास्थ्य महकमे की बदहाली खुलकर सामने आ रही है।

By Raksha PanthriEdited By: Published: Mon, 17 May 2021 05:02 PM (IST)Updated: Mon, 17 May 2021 05:02 PM (IST)
पहाड़ों में बढ़ रहे कोरोना के मामलों पर कांग्रेस ने जताई चिंता।

जागरण संवाददाता, देहरादून। पहाड़ों में बढ़ रहे कोरोना संक्रमण पर कांग्रेस ने गंभीर चिंता जताई है और सरकार को आड़े हाथ लिया है। पार्टी का आरोप है कि राज्य का स्वास्थ्य महकमा अंतिम सांसें ले रहा है। कोरोनाकाल में स्वास्थ्य महकमे की बदहाली खुलकर सामने आ रही है। राज्य के जिला अस्पतालों को भेजे गए स्वास्थ्य उपकरण और अन्य जीवनरक्षा उपकरण धूल फांक रहे हैं। मरीजों को बांटी जा रही कोरोना दवा किट से काफी सामान गायब है, जिससे मरीजों को पूरी दवा नहीं मिल पा रही है। सैंपलिंग पूर्ण रूप से नहीं हो पा रही है और सैंपलिंग को काफी इंतजार करना पड़ रहा है। रिपोर्ट आने में भी काफी देर हो रही है। मौत के आंकड़े भी लगातार बढ़ते जा रहे हैं।  

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स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की बदहाली पर रोष व्यक्त करते हुए चिह्नित राज्य आंदोलनकारी संयुक्त समिति के केंद्रीय प्रवक्ता और कांग्रेस नेता महेश जोशी ने नाराजगी व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि राज्य निर्माण की मूल भावना, जिसमें स्वास्थ्य प्रमुख था के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। आज एक महीने का समय व्यतीत होने के बावजूद मरीजों को आक्सीजन को भटकना पड़ रहा है। उन्हें जीवनरक्षक दवाई समय पर उपलब्ध नहीं हो पा रही है। 

उन्होंने कहा कि पहाड़ चढ़ते कोरोना वायरस के फैलाव पर चिंता व्यक्त की। कहा कि पहाड़ के कई गांव बुखार और खांसी से पीड़ित हैं। कोरोना संक्रमण पहाड़ के गांवों को अपनी चपेट में ले रहा है। बड़ी तादाद में लोग संक्रमित हो रहे हैं, जिनको रोकने की चुनौती है। उन्होंने कहा कि पहाड़ वैसे भी संसाधन विहीन हैं। ऐसे में जिस तरह कोरोना पैर पसार रहा है वो हमे चेता भी रहा कि अभी वक्त है संभल लो। 

जोशी ने कहा कि इसको लेकर ब्लॉक स्तर में स्वास्थ्य कर्मियों की टीम गठित कर उन्हें जीवन रक्षक दवाओं की पूर्ण सुविधा देकर गांवों में भेजा जाए और प्रधानों के माध्यम से स्वास्थ्य सुरक्षा उपकरण और दवाई मुहैया की जाए। कोरोना संक्रमण के प्रति आगाह किया जाए और इसके लक्षण व सावधानियों से अवगत किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार को बड़ी तादाद में आक्सीजन सिलेंडर मंगवाकर भंडारण की व्यवस्था करनी चाहिए, जिससे कोरोना महामारी से संक्रमितों की जान बचाई जा सके, क्योंकि देखने में ये आ रहा है कि दिन प्रतिदिन मरने वालों की संख्या में इजाफा हो रहा है, जो कि चिंताजनक है। 

उन्होंने कहा कि आज हमारे सामने दोहरी चुनौती है। एक तरफ जहां हम जीवन बचाने को संघर्षरत हैं, वहीं दूसरी और आज बड़ी तादाद में शहरों में नौकरी कर रहे लोग घर वापसी कर चुके हैं और आर्थिक रूप से कमजोर हो रहे हैं। उनके सामने रोजगार का संकट पैदा हो गया है। जीवन यापन आजीविका की चुनौती भी है, जो दिन-प्रतिदिन विकराल होती जा रही है। ऐसी विकट परिस्थितियों में सरकार को आर्थिक पैकेज की घोषणा करनी चाहिए, जिससे यहां के निवासियों को कुछ राहत मिल सके और कोरोना महामारी का डटकर मुकाबला कर सकें।

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