कांग्रेसियो ने नगर निगम पहुंचकर आयुक्त का किया घेराव Dehradun News
मलिन बस्तियों में हाउस टैक्स के विरोध समेत विभिन्न समस्याओं को लेकर कांग्रेसियों ने नगर आयुक्त का घेराव किया।
देहरादून, जेएनएन। मलिन बस्तियों में हाउस टैक्स के विरोध समेत विभिन्न समस्याओं को लेकर कांग्रेसियों ने नगर आयुक्त का घेराव किया। उन्होंने मलिन बस्तियों पर हाउस टैक्स लगाने का फैसला वापस लेने की मांग की। सफाई व्यवस्था, बरसात में नालियों की दुर्दशा समेत कई अन्य समस्याएं भी उठाई।
पूर्व कांग्रेस विधायक राजकुमार के नेतृत्व में कार्यकर्ता नगर निगम परिसर में एकत्र हुए और यहां नगर आयुक्त कक्ष में पहुंचे। पूर्व विधायक ने शहर की बदहाल व्यवस्थाओं को लेकर नगर आयुक्त के समक्ष रोष जताया।
उन्होंने कहा कि बरसात से पूर्व सड़कों पर पैचवर्क का काम किया जाना था, लेकिन नहीं हो पाया है। सड़कों पर गड्ढे बने हुए हैं, जिससे दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। वहीं, नियमित रूप से भी सफाई व्यवस्था नहीं हो पा रही है। इससे आमजन को रोजाना समस्याओं का सामना करना पड़ता है। कई बार शिकायतों के बावजूद भी अधिकारी गंभीर नहीं हो रहे हैं।
उन्होंने कहा कि नगर निगम के अंतर्गत स्थित व्यवसायिक प्रतिष्ठानों व आवासों पर हाउस टैक्स में बढ़ोत्तरी न की जाए। हाउस टैक्स में बढ़ोतरी करेगा तो इसके विरोध में आंदोलन की चेतावनी दी। घेराव करने वालों में कांग्र्रेस महानगर अध्यक्ष लालचंद शर्मा, सोम प्रकाश वाल्मीकि, अनूप कपूर, निखिल कुमार आदि शामिल रहे।
छोटी बिंदाल नदी की सफाई हो
किशननगर की पार्षद नंदिनी शर्मा ने भाजपा पार्षदों के साथ नगर आयुक्त को ज्ञापन दे लोहारवाला से किशननगर चौक तक बह रही छोटी बिंदाल नदी की सफाई की मांग की। बताया कि नदी में सिल्ट के आने से बाढ़ का खतरा बन गया है। नदी साफ करने के लिए ओएनजीसी ने बजट दिया था, लेकिन अब तक उसका उपयोग नहीं किया गया। पूर्व में भी नदी में पानी ओवरफ्लो होने से लोगों के घरों व दुकानों में बरसात का पानी घुस गया था। आयुक्त ने स्वास्थ्य अधिकारी को उचित कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
2000 सफाईकर्मी हों नियुक्त
अखिल भारतीय सफाई मजदूर संघ की नगर निगम दून शाखा के अध्यक्ष राजेश कुमार व महामंत्री धीरज भारती ने सफाई व्यवस्था के लिए दून में 2000 सफाईकर्मी की भर्ती करने की मांग की है। मुख्यमंत्री को प्रेषित ज्ञापन सोमवार को नगर आयुक्त को सौंपते हुए संघ पदाधिकारियों ने सफाई कर्मियों का ढांचा बनाने, दैनिक वेतन भोगी कर्मियों को नियमित करने, मृतक आश्रितों को नौकरी देने, सफाई कर्मियों को सर्किल रेट पर नगर निगम की भूमि उपलब्ध कराने व पूर्व की तरह सरकार द्वारा बीमे की राशि वहन करने की मांग की गई। मांगे पूरी नहीं होने पर आंदोलन का एलान किया है।
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