उत्तराखंड के दूरस्थ क्षेत्रों में सुधरेगी संचार व्यवस्था, पढ़िए पूरी खबर
उत्तराखंड में अब न सिर्फ संचार सुविधाएं चाक चौबंद होंगी बल्कि दूरस्थ क्षेत्रों में भी कनेक्टिविटी की दिक्कत दूर होगी। उत्तराखंड से राज्यसभा सदस्य एवं ...और पढ़ें

राज्य ब्यूरो, देहरादून। उत्तराखंड में अब न सिर्फ संचार सुविधाएं चाक चौबंद होंगी, बल्कि दूरस्थ क्षेत्रों में भी कनेक्टिविटी की दिक्कत दूर होगी। उत्तराखंड से राज्यसभा सदस्य एवं भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख अनिल बलूनी ने दिल्ली में केंद्रीय संचार मंत्री रविशंकर प्रसाद से मुलाकात कर इस तरफ उनका ध्यान आकृष्ट कराया। बलूनी के अनुसार केंद्रीय मंत्री ने आश्वस्त किया कि राज्य की संचार से जुड़ी समस्याओं का तय समयावधि के भीतर समाधान के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए जा रहे हैं।
विषम भूगोल वाले उत्तराखंड में संचार कनेक्टिविटी एक बड़ी समस्या के रूप में सामने आई है। इसे देखते हुए राज्यसभा सदस्य अनिल बलूनी ने सोशल मीडिया के माध्यम से राज्य में मोबाइल नेटवर्क और टावर की समस्याओं के संबंध में आमजन से सुझाव मांगे थे। चीन और नेपाल की सीमा से सटे सीमांत गांवों से लेकर तराई और नगरीय क्षेत्रों के निवासियों ने मोबाइल कनेक्टिविटी की दिक्कत से उन्हें अवगत कराया।
राज्यसभा सदस्य बलूनी ने करीब दो सौ समस्याओं को सूचीबद्ध किया और फिर इस बारे में केंद्रीय दूरसंचार मंत्री रविशंकर प्रसाद से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने कहा कि विषम भौगोलिक परिस्थितियों वाले उत्तराखंड में दूरसंचार की महत्ता बहुत अधिक है। विशेषकर ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे बच्चों को मोबाइल कनेक्टिविटी न होने के कारण दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कनेक्टिविटी पर निर्भर बैंकिंग, डिजिटल पेमेंट, वर्क फ्रॉम होम, विभागीय कार्य बाधित हो रहे हैं। बरसात के मौसम में तो यह दिक्कतें ज्यादा बढ़ जाती हैं। ऐसे में प्राथमिकता के आधार पर इन समस्याओं को सुलझाया जाना जरूरी है।
बलूनी के मुताबिक केंद्रीय मंत्री ने भरोसा दिलाया कि जहां नए टावरों की स्थापना होनी है, उनके प्रस्ताव मोबाइल कंपनियां तैयार करेंगी। बीएसएनएल और निजी ऑपरेटर कंपनियां तत्काल प्रभाव से इन दिक्कतों का निराकरण करेंगे। केंद्रीय मंत्री ने सोशल मीडिया के माध्यम से जनता की समस्या और सुझाव एकत्र करने की बलूनी की पहल की सराहना भी की।

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