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Chardham Yatra 2020: Unlock-1 में सीमित, नियंत्रित और सुरक्षित स्वरूप में होगी यात्रा

आठ जून से धार्मिक स्थलों को खोलने की अनुमति देने के केंद्र के फैसले को देखते हुए राज्य सरकार ने भी पर्यटन गतिविधियां शुरू करने का निर्णय ले लिया है।

By Edited By: Published: Wed, 03 Jun 2020 07:44 PM (IST)Updated: Wed, 03 Jun 2020 09:32 PM (IST)
Chardham Yatra 2020: Unlock-1 में सीमित, नियंत्रित और सुरक्षित स्वरूप में होगी यात्रा
Chardham Yatra 2020: Unlock-1 में सीमित, नियंत्रित और सुरक्षित स्वरूप में होगी यात्रा

देहरादून, राज्य ब्यूरो। अनलॉक-वन में आठ जून से धार्मिक स्थलों को खोलने की अनुमति देने के केंद्र के फैसले को देखते हुए राज्य सरकार ने भी पर्यटन गतिविधियां शुरू करने का निर्णय ले लिया है। इस कड़ी में आठ जून के बाद चारधाम यात्रा को सीमित, नियंत्रित और सुरक्षित रूप में प्रारंभ किया जाएगा। 

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वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये बुधवार को मीडिया से रूबरू मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के मद्देनजर कई आर्थिक गतिविधियां भी शुरू की गई हैं। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि परिस्थितियों के अनुरूप आठ जून के बाद राज्य में धार्मिक स्थलों को खोलने का निर्णय लिया जाएगा। पर्यटन-तीर्थाटन की अहम कड़ी चारधाम यात्रा के संबंध में खाका खींचा गया है। यात्रा को लेकर ये भी देखना होगा कि स्थानीय लोगों की मानसिक तैयारी कैसी है। लिहाजा, जैसी परिस्थितियां होंगी, उसी के अनुरूप कदम बढ़ाएंगे। उन्होंने कहा कि पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोगों को राहत देने को कई निर्णय लिए गए हैं। 

घोड़ा-खच्चर चलाने वालों, होटल समेत अन्य प्रतिष्ठानों में काम करने वाले कामगारों के खातों में सहायता राशि भेजने का क्रम जारी है। अर्थव्यवस्था से संबंधित प्रश्न पर उन्होंने कहा कि इस क्रम में कई आर्थिक गतिविधियां शुरू की गई हैं। रजिस्ट्री, स्टांप ड्यूटी, विद्युत बिल आदि से राजस्व मिलने लगा है। औद्योगिक इकाइयां धीरे-धीरे गति पकड़ रही हैं। जैसे-जैसे हालात सामान्य होंगे, अर्थव्यवस्था भी मजबूत होगी। युवाओं और प्रवासियों को स्वरोजगार से जोड़ने को मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना प्रारंभ की गई है। अन्य कई योजनाओं पर काम चल रहा है।

ग्रामीण अर्थव्यवस्था की मजबूती को कदम उठाए जा रहे हैं। ढाई लाख लोग लौटे गांव मुख्यमंत्री ने कहा कि अब तक बाहरी राज्यों से करीब दो लाख और राज्य के शहरी क्षेत्रों से करीब 50 हजार लोग गांव लौटे हैं। सभी का ब्योरा एकत्रित हो रहा है। इससे यह साफ हो जाएगा कि नौकरी छोड़कर कितने लोग आए हैं और कितने यहीं रहकर रोजगार करना चाहते हैं। सरकार सभी के लिए व्यवस्थाएं करने को प्रतिबद्ध है। संक्रमण के मामले बढ़े, मगर तैयारी पूरी एक प्रश्न पर मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रवासियों की वापसी के बाद कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं। 

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यह पूर्व अनुमानित था। इसके लिए जैसी तैयारी होनी चाहिए थी, वह सरकार ने की है। केंद्र की गाइडलाइन के हिसाब से स्क्रीनिंग, टेस्टिंग, क्वारंटाइन की व्यवस्था की जा रही है। संस्थागत क्वारंटाइन फैसिलिटी में करीब 14 हजार बेड उपलब्ध हैं। सभी जिला अस्पतालों में आइसीयू समेत अन्य व्यवस्थाएं की गई हैं। पर्याप्त संख्या में चिकित्सक हैं। उन्होंने दावा किया कि राज्य में कोरोना से कोई मौत नहीं हुई। जिन लोगों की मौत हुई उनमें पहले से दूसरी बीमारियां थीं।

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