सीएम रावत ने हिमालय पुत्र हेमवती नंदन बहुगुणा को अर्पित की श्रद्धांजलि, कहा- उनके विचार देते रहेंगे प्रेरणा
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने हिमालय पुत्र स्वर्गीय हेमवती नंदन बहुगुणा को उनकी पुण्य तिथि पर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्व. बहुगुणा अपने नैतिक मूल्यों सिद्धांतों और आदर्शों पर हमेशा अडिग रहे।

जागरण संवाददाता, देहरादून। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि स्वर्गीय हेमवती नंदन बहुगुणा अपने नैतिक मूल्यों, सिद्धांतों एवं आदर्शो पर हमेशा अडिग रहे। उन्हें अपनी संस्कृति, बोली व भाषा से बेहद प्यार था। वह सच्चे राजनेता, समाजसेवी और पहाड़ों के हित के लिए सोचने वाले व्यक्ति थे। उनके विचार हम सभी को आगे बढ़ने की प्रेरणा देते हैं। यह बात मुख्यमंत्री ने बुधवार को स्वर्गीय बहुगुणा की पुण्यतिथि पर कही। मुख्यमंत्री ने घंटाघर के समीप एमडीडीए कांप्लेक्स में स्थापित स्व. बहुगुणा की मूर्ति पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वर्गीय बहुगुणा का विराट व्यक्तित्व युवा पीढ़ी के लिए प्रेरक है। उन्होंने देश और समाज के हित में कई एतिहासिक कार्य किए। उन्होंने अपने काम करने की अलग शैली से आमजन के दिलों में विशेष स्थान बनाया। श्रद्धांजलि सभा में राजपुर रोड विधानसभा के विधायक खजानदास, आंबेडकर मंडल अध्यक्ष विशाल गुप्ता, मंडल महामंत्री विपिन खंडूडी, अरुण खरबंदा आदि मौजूद रहे।
कांग्रेस ने बहुगुणा को दी श्रद्धांजलि
हेमवती नंदन बहुगुणा की 32वीं पुण्यतिथि के पर बुधवार को राजपुर रोड स्थित कांग्रेस भवन में उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित की गई। कांग्रेस वक्ताओं ने स्वर्गीय बहुगुणा को एक दूर दृष्टि वाला सच्चा धर्म निरपेक्ष नेता बताया। इस दौरान पूर्व विधायक राजकुमार, महानगर अध्यक्ष लालचंद शर्मा, पार्षद डॉ. विजेंद्र, सोम प्रकाश वाल्मीकि, प्रकाश नेगी, देविका रानी आदि मौजूद रहे।
उधर, उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना के नेतृत्व में बल्लीवाला चौक स्थित कालिंदी एन्क्लेव में गोष्ठी का आयोजन किया। धस्माना ने कहा कि आजादी के आंदोलन के दौरान एचएन बहुगुणा जब जेल गए तो इलाहाबाद के कलेक्टर ने उनके पिता को उनके पास भेजा कि एचएन बहुगुणा से माफीनामा लिखवा दो, तो वे रिहा हो जाएंगे। इस पर बहुगुणा ने अपने पिता को कहा कि मैं मर जाऊंगा, लेकिन अंग्रेजों से माफी नहीं मागूंगा। इस दौरान धर्म सोनकर, अभिषेक तिवारी ने भी विचार रखे।
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