मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बोले, वर्ष 2047 के विकसित उत्तराखंड के मंत्र पर चल रहा प्रदेश
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री मोदी के सामने उत्तराखंड के विकास का संकल्प रखा। उन्होंने कहा कि राज्य 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य की ओर अग्रसर है। केंद्र के सहयोग से राज्य में कई विकास कार्य हुए हैं। धामी ने ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट और जी-20 सम्मेलनों जैसे आयोजनों का उल्लेख किया, जिनसे राज्य की छवि बेहतर हुई है। उन्होंने आपदाओं के समय प्रधानमंत्री के सहयोग की सराहना की और सांस्कृतिक अस्मिता के संरक्षण पर जोर दिया।
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वन अनुसंधान संस्थान में रजत जयंती वर्ष पर आयोजित कार्यक्रम में बोलते मुख्यमंत्री धामी।
राज्य ब्यूरो, जागरण, देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का रजत जयंती समारोह में स्वागत करते हुए उनके सामने उत्तराखंड के विकास का संकल्प रखा। साथ ही केंद्र के सहयोग से राज्य में हुए कार्यों को राज्य के विकास की मजबूत आधारशिला बताया। उन्होंने कहा कि प्रदेश वर्ष 2047 तक विकसित भारत के लिए विकसित उत्तराखंड के मंत्र पर चलते हुए समृद्धि और आत्मनिर्भरता की दिशा में निरंतर अग्रसर है।
रविवार को वन अनुसंधान संस्थान में रजत जयंती वर्ष पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा पुष्पित-पल्लवित उत्तराखंड लगातार प्रगति के पथ पर अग्रसर है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में उत्तराखंड ने ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट, जी-20 सम्मेलन की बैठकों सहित 38वें राष्ट्रीय खेलों के भव्य आयोजनों के द्वारा बदलते उत्तराखंड की सुनहरी तस्वीर प्रस्तुत की है।
केदारनाथ त्रासदी, सिलक्यारा टनल हादसा, जोशीमठ भूधंसाव व अन्य प्राकृतिक आपदाओं के समय प्रधानमंत्री ने संवेदनशीलता के साथ उत्तराखंड की जनता का साथ दिया है। प्रधानमंत्री के सहयोग और मार्गदर्शन से उत्तराखंड कठिनाइयों से उबरकर नई शक्ति, नए संकल्प और नई ऊर्जा के साथ आगे बढ़ रहा है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार विकास के साथ-साथ राज्य की सांस्कृतिक अस्मिता, पारंपरिक पहचान और जनसांख्यिकीय संतुलन को संरक्षित रखने के लिए भी कार्य कर रही है। इसी क्रम में समान नागरिक संहिता, नकल विरोधी कानून, मतांतरण विरोधी कानून, दंगारोधी कानून, मदरसा बोर्ड की समाप्ति जैसे र्यों से उत्तराखंड एक समरस समाज के निर्माण की दिशा में अग्रसर है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शास्त्रों में कहा गया है कि राजा ही धर्म का कारण और रक्षक होता है। जब राजा धर्मपरायण होता है तब राज्य में सबका कल्याण होता है। ये सूत्र वाक्य प्रधानमंत्री मोदी के व्यक्तित्व का साक्षात प्रतिबिंब है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में तीनों सेनाओं ने आपरेशन सिंदूर में दुश्मन को सबक सिखाने का कार्य किया।

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