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यह कैसा स्वास्थ्य विभाग का कंट्रोल रूम, दो घंटे तक टीम नहीं पहुंची विदेशी युवती की जांच को

एक तरफ कोरोना को लेकर पूरा विश्व खौफ में है पर अपने उत्तराखंड का स्वास्थ्य विभाग अब भी बेपरवाह बना हुआ। ये स्थिति तब है जब स्वास्थ्य विभाग की कमान सीएम के पास है।

By Edited By: Published: Tue, 24 Mar 2020 03:01 AM (IST)Updated: Tue, 24 Mar 2020 07:28 AM (IST)
यह कैसा स्वास्थ्य विभाग का कंट्रोल रूम, दो घंटे तक टीम नहीं पहुंची विदेशी युवती की जांच को

देहरादून, जेएनएन। एक तरफ कोरोना को लेकर पूरा विश्व खौफ में है पर अपने उत्तराखंड का स्वास्थ्य विभाग अब भी बेपरवाह बना हुआ। ये स्थिति तब है जब स्वास्थ्य विभाग की कमान राज्य के मुखिया त्रिवेंद्र सिंह रावत के पास है। राज्य में विदेशी या विदेश से लौटे लोगों की जांच को लेकर अब भी स्वास्थ्य विभाग अब भी नहीं चेत रहा, जबकि उत्तराखंड कोरोना को लेकर कठिन दौर में पहुंच चुका है।

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लगातार ऐसे मामले आ रहे, जब स्वास्थ्य विभाग में कंट्रोल रूम पर लोग सूचनाएं दे रहे, लेकिन विभाग की टीम इसमें जरा भी सतर्कता नहीं बरत रही। पिछले दो दिन में पटेलनगर थाना क्षेत्र के दो मामले पहले ही सवाल खड़े कर रहे थे, अब तीसरा केस सोमवार को आइएसबीटी पर सामने आया, जब एक विदेशी युवती में फ्लू के लक्षण पर पुलिस ने स्वास्थ्य विभाग के कंट्रोल रूम को सूचना दी। हालात ये हैं कि करीब दो घंटे तक टीम युवती की जांच को नहीं पहुंची व पुलिस असमंजस में पड़ी रही। कोरोना का डर तो पुलिसकर्मियों को भी था, लिहाजा पुलिसकर्मी उससे दूर-दूर भागते रहे। युवती हंगामा करती रही, जबरन चौकी के अदंर घुस गई तो पुलिसकर्मी डर के कारण बाहर निकल आए। करीब दो घटे तक यही दौड़-भाग चलती रही। पुलिस ने इस दौरान स्वास्थ्य विभाग के कंट्रोल रूम को कई दफा फोन किए, लेकिन उन्हें मदद नहीं मिली। 

करीब दो घंटे बाद चौकी पहुंची एंबुलेंस 

युवती को लेकर गई, तो पुलिस की जान में जान आई। इस दरमियान कोई भी पुलिसकर्मी चौकी के अंदर जाने की हिम्मत नहीं जुटा पाया। चौकी में सेनिटाइजेशन के बाद ही पुलिसकर्मी अंदर दाखिल हुए। दरअसल, मामला सोमवार दोपहर उस वक्त सामने आया जब आइएसबीटी पुलिस चौकी में एक युवती पहुंची और बताया कि वह कोलंबिया की निवासी है। दून में अपने दोस्त के पास आई थी। अब दिल्ली जाना है, मगर कोई वाहन नहीं मिल रहा है। यह सुनने के बाद पुलिसकर्मियों ने उसे कुछ देर इंतजार करने को कहा। युवती चौकी परिसर में ही एक बेंच पर बैठ गई। थोड़ी देर बाद युवती फिर पुलिस वालों के पास पहुंची व बताया कि उसे बुखार हो रहा है, इसलिए अस्पताल में दाखिल करवा दिया जाए। यह सुनते ही पुलिसकर्मियों के हाथ-पांव फूल गए। पुलिस ने तत्काल स्वास्थ्य विभाग के कंट्रोल रूम व 108 एंबुलेंस को फोन कर चौकी पहुंचने के लिए कहा। संक्रमण होने के डर के कारण सभी पुलिसकर्मी एक-एक कर चौकी से बाहर निकलने लगे। कुछ ही क्षणों में पूरी चौकी खाली हो गई और वहां सिर्फ कोलंबियाई युवती अकेली बैठी रही। करीब दो घंटे बाद एंबुलेंस चौकी पहुंची व युवती को दून अस्पताल ले गई। युवती को अस्पताल में भर्ती कर लिया गया है। 

एक-एक दिन करा रहे इंतजार 

स्वास्थ्य विभाग की टीम की स्थिति ये है कि विदेशी अथवा विदेश से लौटे लोगों की जांच को लेकर दो-तीन घंटे नहीं, बल्कि पूरे दिन इंतजार कराया जा रहा। दो दिन पूर्व ही साईं बाबा एन्क्लेव देहराखास के लोगों की ओर से पुलिस व स्वास्थ्य विभाग को फोन कर दुबई से लौटे एक व्यक्ति की सूचना दी गई, लेकिन टीम 24 घंटे तक नहीं पहुंची। ये स्थिति तब भी, जब संबंधित व्यक्ति की भारत में एयरपोर्ट के अलावा कोई जांच ही नहीं हुई थी। न ही वह सेल्फ क्वारंटाइन में रह रहा था।

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उसके खुलेआम घूमने से क्षेत्र के लोगों में दहशत की स्थिति थी। 24 घंटे तक लगातार संपर्क करने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सुध ली और व्यक्ति को जांच के लिए ले गई। ऐसे ही एक मामला तीन दिन पूर्व बंजारावाला में आया था, जब दुबई से लौटा युवक खुलेआम घूम रहा था तो लोगों ने पुलिस को सूचना दी थी। वहां स्वास्थ्य टीम तब भी नहीं पहुंची। जिस पर पुलिस ने उसे घर में रहने की हिदायत दी।

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