सब स्टेशन से बड़े पैमाने पर बिजली चोरी, 13 कार्मिकों को थमार्इ चार्जशीट
सब स्टेशन में गड़बड़ी के मामले में तेरह अधिकारियों और कर्मचारियों को चार्जशीट थमा दी है। इनमें एक अधिशासी अभियंता दो सहायक अभियंता और छह जेई के साथ चार टीजी शामिल हैं।
देहरादून, जेएनएन। लक्सर के 133 केवी उपकेंद्र से बड़े पैमाने पर बिजली चोरी के मामले में पिटकुल ने 13 अधिकारियों व कर्मचारियों को चार्जशीट थमा दी है। इनमें एक अधिशासी अभियंता, दो सहायक अभियंता, छह जेई और चार टीजी शामिल हैं। बिजली चोरी का यह मामला अगस्त 2018 में सामने आया था। जिसके बाद यूपीसीएल और पिटकुल की संयुक्त टीम ने मामले की जांच की थी। जिसमें घटना में 13 अधिकारी-कर्मचारियों की संलिप्तता सामने आई।
अगस्त 2018 में पिटकुल के लक्सर स्थित 132 केवी सब स्टेशन में लगातार बिजली की अनियमित सप्लाई सामने आती रही। चोरी की संभावना को देखते हुए विभागीय अधिकारियों ने सब स्टेशन पर चेक मीटर लगवाया। जिसके जरिये सब स्टेशन के कंट्रोल रूम के रिले पैनल में लगा एक संदिग्ध उपकरण पकड़ में आया। मामला गंभीर होने के कारण उस समय पिटकुल और यूपीसीएल ने तुरंत लक्सर में तैनात अधिकारियों और कर्मचारियों का ट्रांसफर कर दिया।
इसके बाद मीटरिंग प्रणाली से छेड़छाड़ होने की संभावना को देखते हुए ऊर्जा सचिव राधिका झा ने तुरंत मामले की जांच के आदेश दिए थे। सचिव ऊर्जा के निर्देश के बाद यूपीसीएल और पिटकुल के अधिकारियों की चार सदस्यीय जांच टीम गठित की गई। जांच में 13 अधिकारियों व कर्मचारियों की बिजली चोरी में संलिप्तता सामने आई। जिसके बाद बाद मंगलवार को पिटकुल के प्रबंध निदेशक संदीप सिंघल ने उन्हें चार्जशीट सौंप दी है।
जिन अधिकारियों और कर्मचारियों को चार्जशीट सौंपी गई है, उनमें अधिशासी अभियंता राजीव सिंह, सहायक अभियंता मांगे राम व विरेंद्र सिंह मेहरा, कनिष्ट अभियंता नरेंद्र कुमार चौहान, विजयमल प्रसाद, विनोद कुमार सैनी, योगेश कुमार, रविंद्र कुमार, हिमांशु मंद्रवाल व टीजी संदीप कुमार, हरमेंदर सिंह, दुली चंद, रविंद्र कुमार शामिल हैं। पिटकुल के प्रबंध निदेशक संदीप सिंघल ने कहा कि उक्त अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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