Chardham Yatra पर आ रहे हैं तो जरूर कर लें ये काम, वरना ऋषिकेश-हरिद्वार से पहले ही लौटा दिए जाएंगे
चारधाम यात्रा मार्ग पर जाम से बचने के लिए परिवहन विभाग नई व्यवस्था कर रहा है। बिना ग्रीन कार्ड वाले वाहनों को नेपाली फार्म पर ही रोक दिया जाएगा। ऋषिकेश-हरिद्वार के बीच सत्यनारायण मंदिर के पास नई चेकपोस्ट बनाई जाएगी जहाँ ग्रीन कार्ड और ट्रिप कार्ड की जाँच होगी। यह कदम चारधाम यात्रा को सुगम बनाने के उद्देश्य से उठाया गया है।
अंकुर अग्रवाल, जागरण देहरादून : चारधाम यात्रा मार्गों पर स्थित चेकपोस्टों पर वाहनों की चेकिंग के दौरान लगने वाले जाम व अनाधिकृत वाहनों का संचालन रोकने को परिवहन विभाग इस बार विशेष तैयारी कर रहा है, जिससे ग्रीन-कार्ड न बनाने वाले व्यावसायिक वाहन ऋषिकेश तक भी नहीं पहुंच पाएंगे।
ऋषिकेश-हरिद्वार के बीच नेपाली फार्म के पास स्थित सत्यनाराण मंदिर के बाहर राजमार्ग पर परिवहन विभाग एक नई चेकपोस्ट बनाने जा रहा है। यहां से केवल उन्हीं व्यावसायिक वाहनों को आगे जाने दिया जाएगा, जिनके पास ग्रीन-कार्ड व ट्रिप-कार्ड होगा। यहां से लौटाए जाने वाले वाहनों को ग्रीन-कार्ड के लिए हरिद्वार या रुड़की कार्यालय जाना होगा।
तीर्थ यात्रियों की भीड़ उमड़ने की उम्मीद
ऋषिकेश से चारधाम यात्रा शुरू होने के बाद यात्रा मार्ग पर परिवहन विभाग की सबसे पहली चेकपोस्ट तपोवन ब्रह्मपुरी में है। पिछले वर्ष वाहनों की चेकिंग के दौरान यहां रोजाना भीषण जाम लग रहा था, जिस पर सरकार ने नाराजगी जताई थी।
इस बार भी यात्रा में तीर्थ यात्रियों की भीड़ उमड़ने की उम्मीद है। ऐसे में यह प्रयास हो रहे हैं, जिससे जाम से बचा जा सके। इसे लेकर नोडल अधिकारी/आरटीओ (प्रशासन) संदीप सैनी ने परिवहन सचिव व आयुक्त को ऋषिकेश-हरिद्वार के बीच नेपाली फार्म के पास सत्यनारायण मंदिर के बाहर नई चेकपोस्ट बनाने का सुझाव दिया था। जिससे दिल्ली, बिजनौर, हल्द्वानी व हरिद्वार की ओर से आने वाले वाहनों की वहीं जांच की जा सके। परिवहन आयुक्त ने शनिवार को इसकी स्वीकृति दे दी है।
नोडल अधिकारी सैनी ने बताया कि अब तक परिवहन विभाग की चार चेकपोस्ट (भद्रकाली, तपोवन, कुठालगेट व कटापत्थर-डामटा) ही अस्तित्व में होती थी, लेकिन इस वर्ष सत्यनारायण मंदिर के बाहर नई चेकपोस्ट अस्तित्व में आ जाएगी।
यहां पर ऋषिकेश की ओर जाने वाले सभी व्यावसायिक वाहनों की जांच की जाएगी। जिन वाहनों का चारधाम यात्रा को लेकर ग्रीन-कार्ड, ट्रिप-कार्ड नहीं होगा, उन्हें यहीं से लौटा दिया जाएगा। ऐसे वाहन पहले ऋषिकेश तक पहुंच जाते थे और कई बार यात्रा मार्गों तक निकल जाते थे। रास्ते में इनकी जांच की जाती थी, जिस कारण सड़क पर जाम लगता था।
बार-बार चेक नहीं होगा वाहन
नोडल अधिकारी संदीप सैनी ने बताया कि अगर एक चेकपोस्ट पर वाहन के सभी दस्तावेज चेक कर लिए गए तो दूसरे चेकपोस्ट पर रोककर तीर्थ-यात्रियों को परेशान नहीं किया जाएगा। इसके लिए मोबाइल एप बनाया जा रहा है। मसलन, अगर कोई वाहन नेपाली फार्म स्थित चेकपोस्ट पर चेक कर लिया गया तो उसे यात्रा मार्गों पर दोबारा चेकिंग के लिए नहीं रोका जाएगा। सभी चेकपोस्टों पर मोबाइल एप से वाहन के चेक होते ही सूचना खुद पहुंच जाएगी। हालांकि, यह सुविधा केवल उन्हीं वाहन चालकों के लिए है जो नियमों का अनुपालन करते हुए ही संचालन करेंगे। यदि कोई यातायात नियम तोड़ते हुए, अनियंत्रित गति, ओवरलोड, नशा कर या मोबाइल पर बात करते हुए वाहन चलाता पकड़ा गया तो उसके विरुद्ध चेकपोस्ट पर कार्रवाई की जाएगी।
कब खुलेंगे चारधामों के कपाट?
- यमुनोत्री और गंगोत्री के कपाट 30 अप्रैल को सुबह 10:30 बजे
- केदारनाथ धाम के कपाट 2 मई को सुबह 7 बजे
- बदरीनाथ धाम के कपाट 4 मई को खोले जाएंगे
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