पंचायत चुनावः छह दिन में चुनाव चिह्न वोटरों तक पहुंचाने की चुनौती
पंचायत चुनाव के द्वितीय चरण के मतदान के मद्देनजर प्रत्याशियों को चुनाव चिह्न आवंटित कर दिए गए। प्रत्याशियों के समक्ष छह दिन में अपने चुनाव चिह्न वोटरों तक पहुंचाने की चुनौती है।
देहरादून, राज्य ब्यूरो। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के 11 अक्टूबर को 31 विकासखंडों में होने वाले द्वितीय चरण के मतदान के मद्देनजर प्रत्याशियों को चुनाव चिह्न आवंटित कर दिए गए। इसके साथ ही इन विकासखंडों में किस्मत आजमा रहे प्रत्याशियों के सामने अब छह दिन के भीतर अपने चुनाव चिह्न वोटरों तक पहुंचाने की चुनौती है।
बता दें कि पंचायत चुनाव में बैलेट पेपर पर प्रत्याशियों के नाम नहीं होते। सिर्फ चुनाव चिह्न के आधार पर ही मतदाता अपने प्रतिनिधि का चुनाव करते हैं। पंचायत चुनाव के द्वितीय चरण में 11 अक्टूबर को जिन विकासखंडों में मतदान होना है।
इनमें चौखुटिया, द्वाराहाट, ताड़ीखेत, भैंसियाछीना (अल्मोड़ा), बाजपुर, काशीपुर, जसपुर (ऊधमसिंहनगर),लोहाघाट, बाराकोट (चंपावत), बेरीनाग, गंगोलीहाट (पिथौरागढ़), कोटाबाग, धारी, रामगढ़ (नैनीताल), गरुड़ (बागेश्वर), चिन्यालीसौड़, नौगांव (उत्तरकाशी), कर्णप्रयाग, पोखरी, गैरसैंण (चमोली), थौलधार, जौनपुर, प्रतापनगर (टिहरी), सहसपुर, कालसी (देहरादून), यमकेश्वर, द्वारीखाल, जयहरीखाल, एकेश्वर, दुगड्डा (पौड़ी), जखोली (रुद्रप्रयाग) शामिल हैं।
इन विकासखंडों में ग्राम प्रधान, ग्राम पंचायत सदस्य, क्षेत्र पंचायत सदस्य व जिला पंचायत सदस्य पदों के लिए चुनाव मैदान में उतरे प्रत्याशियों को चुनाव चिह्न आवंटित किए गए।अब प्रत्याशियों के सामने उन्हें आवंटित चुनाव चिह्न मतदाताओं के बीच ले जाने की चुनौती है। वजह ये कि इसके लिए उनके पास समय कम है।
11 अक्टूबर को होने वाले मतदान से 48 घंटे पहले नौ अक्टूबर की शाम को चुनाव का शोर थम जाएगा। ग्राम प्रधान व ग्राम पंचायत सदस्य पदों के प्रत्याशियों के लिए तो क्षेत्र सीमित होने के कारण दिक्कत नहीं आएगी। अलबत्ता, क्षेत्र पंचायत व जिला पंचायत सदस्य पदों का क्षेत्र बड़ा होने के कारण वहां वोटरों तक प्रत्याशियों को अपना चुनाव चिह्न मतदाताओं तक पहुंचाने के लिए पसीना बहाना पड़ेगा।
उधर, प्रशासन भी इन विकासखंडों में चुनाव की तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुट गया है। मतदान संपन्न कराने के मद्देनजर चुनाव ड्यूटी में लगे कार्मिकों के प्रशिक्षण की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं।
पहले चरण को प्रत्याशियों ने चला आखिरी दांव
पंचायत चुनाव के लिए प्रथम चरण में शनिवार को होने वाले मतदान से ठीक एक दिन पहले 30 विकासखंडों में प्रत्याशियों आखिरी दांव चला। अपने-अपने हिसाब से दिनभर ही बैठकों के जरिये मतदाताओं को रिझाने की कोशिशें होती रहीं। नाते-रिश्तेदारी का हवाला देने के साथ ही गांव के विकास के लिए कुछ नया करने समेत तमाम वायदे किए गए।
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दूसरी ओर, पंचायत चुनाव में कोई मताधिकार से वंचित न रहने पाए, इसे देखते हुए शासन ने पंचायत चुनाव के तीनों चरणों के मतदान के दिन संबंधित क्षेत्रों में अवकाश घोषित किया है। मतदान के दिन हरिद्वार जिला व शहरी क्षेत्रों को छोड़कर राज्यभर में कारखाने, दुकान व वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों में अवकाश रहेगा, ताकि वहां कार्यरत कर्मचारी भी मतदान में भाग ले सकें। इस संबंध में सचिव हरबंश सिंह चुघ ने सभी जिलों के डीएम को आदेश जारी किए हैं।
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