Dehradun Lockdown: लॉकडाउन का उल्लंघन करने में 31 वाहनों के चालान
लॉकडाउन का पालन कराने को पुलिस ने पूरी सख्ती बरती। पछवादून में पुलिस ने दिल्ली- यमुनोत्री व देहरादून पांवटा हाईवे पर जगह-जगह चेकिंग के दौरान 31 वाहनों के चालान काटे।
देहरादून, जेएनएन। लॉकडाउन का पालन कराने को पुलिस ने पूरी सख्ती बरती। पछवादून में पुलिस ने दिल्ली- यमुनोत्री व देहरादून पांवटा हाईवे पर जगह-जगह चेकिंग के दौरान 31 वाहनों के चालान काटे और एक वाहन को सीज किया। लॉकडाउन के दौरान हरिपुर ढकरानी में झगड़ा कर रहे दो भाइयों को पुलिस ने शांति भंग में गिरफ्तार कर मुकदमा दर्ज किया।
विकासनगर कोतवाली पुलिस ने बाजार क्षेत्र में घूमकर आवश्यक वस्तुओं की दुकानों पर फिजिकल डिस्टेंस की स्थिति देखी। पुलिस ने लोगों को दुकानें के बाहर बने गोलों में खड़े होने, मास्क अनिवार्य रूप से लगाने के प्रति जागरूक किया। कोतवाली के प्रभारी कोतवाल गिरीश नेगी, चौकी प्रभारी बाजार दीपक मैठाणी, दारोगा सनोज कुमार, हिमानी चौधरी आदि ने चेकिंग के दौरान 10 वाहनों के चालान भी काटे।
सहसपुर थानाध्यक्ष एएसपी विशाखा अशोक के नेतृत्व में एसएसआइ रविंद्र नेगी व दारोगा पंकज कुमार आदि ने 21 वाहनों के चालान काटे और एक वाहन को सीज किया। वहीं सेलाकुई थानाध्यक्ष विपिन बहुगुणा का पूरा ध्यान जरूरतमंदों तक राशन व खाना पहुंचाने पर ही रहा।
सेलाकुई थाने के कोविड कंट्रोल रूम में पूरा सत्यापन करने के बाद पुलिस ने 172 परिवारों को राशन व 116 व्यक्तियों को लंच पैकेट वितरित किए। उधर, पुलिस क्षेत्रधिकारी भूपेंद्र धोनी के अनुसार लॉकडाउन का पूरी सख्ती से पालन कराया जा रहा है।
गेहूं की कटाई का काम तेज
लॉकडाउन में भले ही घरों में सब खाली बैठे हैं, लेकिन किसान आजकल सबसे ज्यादा व्यस्त हैं। गेहूं की कटाई, थ्रेसर मशीन से निकासी के बाद सोने से दमकते गेहूं को घरों तक ढुलाई में ही पूरा दिन निकल रहा है और किसान थककर अच्छी नींद ले रहे हैं। किसान पूरण सिंह बालूवाला, बालम सिंह तेलपुर आदि का कहना है कि गेहूं की कटाई के बाद अगली फसल के लिए खेत तैयार करने में व्यस्तता रहेगी। सरकार द्वारा छूट दिए जाने के बाद किसान अपने काम को सहुलियत से अंजाम दे पा रहे हैं।
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निराश्रित मवेशी कूड़े में ढूंढ रहे खाना
लॉकडाउन में लावारिश घूमते निराश्रित मवेशियों को चारापानी व खाना देने का पालिका व ग्राम पंचायतों का दावा खोखला साबित हो रहा है। शनिवार को डाकपत्थर के यमुना किनारे फेंके जाने वाले कूड़े में खाना तलाशते मवेशी दावे की पोल खोलने के लिए काफी हैं। कई बार पालिका व ग्राम पंचायतों ने दावा किया था कि लावारिश गाय, कुत्ते आदि के लिए खाने व चारे की व्यवस्था की जा रही है, लेकिन भूखे मवेशी कूड़े में खाना तलाशने को मजबूर हैं, जिनकी तरफ प्रशासन का ध्यान नहीं है।
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