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    दुर्घटना में फट चुके हार्ट की सफल सर्जरी कर युवक को दी नई जिंदगी

    एम्स के चिकित्सकों ने दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल व्यक्ति के फटे हुए हार्ट की सफल सर्जरी कर उसे नई जिंदगी दी है।

    By Edited By: Updated: Sun, 21 Jul 2019 08:34 AM (IST)
    दुर्घटना में फट चुके हार्ट की सफल सर्जरी कर युवक को दी नई जिंदगी

    ऋषिकेश, जेएनएन। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के चिकित्सकों ने दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल व्यक्ति के फटे हुए हार्ट की सफल सर्जरी कर उसे नई जिंदगी दी है। इस जटिल सर्जरी के बाद अब मरीज पूरी तरह से स्वस्थ है। चिकित्सकों का दावा है कि उत्तराखंड में इस तरह की यह पहली और जटिलतम सर्जरी है। 

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    एम्स निदेशक प्रो. रवि कांत ने बताया कि शामली मुजफ्फरनगर निवासी जब्बार (25 वर्ष) एक सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गए थे। दुर्घटना में कार का स्टेयरिंग छाती से टकराने से मरीज का हार्ट फट गया था। मरीज को एम्स के ट्रामा इमरजेंसी में भर्ती कराया गया। अल्ट्रासाउंड के बाद मालूम पड़ा कि मरीज का हार्ट फट चुका है, और चोट के कारण हार्ट से खून रिस रहा है।

    इसके बाद पेरीकॉर्डियोसेंटेसिस प्रोसिजर से हार्ट से बह रहे खून को बाहर निकाला गया, जिससे मरीज की जीवनरक्षा के लिए उसे इमरजेंसी से ऑपरेशन थियेटर तक ले जाने का समय मिल सके। ट्रामा सर्जरी विभागाध्यक्ष प्रो. मोहम्मद कमर आजम की देखरेख में चिकित्सकों की टीम ने मरीज का ऑपरेशन किया। ऑपरेशन के दौरान मरीज को तीन बार कॉर्डियक अरेस्ट (हार्ट रुक जाना) हुआ था, मरीज को बचाने के लिए लगातार सीपीआर देकर हार्ट को चलाया गया। हार्ट सर्जरी में हार्ट के पार्ट बाएं एट्रियम को रिपेयर किया गया। डेढ़ घंटे तक चले ऑपरेशन के बाद मरीज को नया जीवनदान मिला। 

    सर्जरी के बाद उसे ट्रामा आइसीयू में एक दिन वेंटीलेटर पर रखा गया जबकि दूसरे दिन वेंटिलेटर से हटा दिया गया। अब मरीज पूरी तरह से स्वस्थ है। विश्वस्तरीय सुविधाओं से लैस होगा नया ट्रामा सेंटर प्रो. रवि कांत ने बताया कि भविष्य में ऐसे चुनौतिपूर्ण टास्क को बखूबी अंजाम देने के लिए संस्थान में नया ट्रामा सेंटर तैयार हो चुका है। 

    यह ट्रामा सेंटर विश्वस्तरीय ट्रामा सुविधाओं से लैस होगा, सेंटर इसी माह से कार्य करने लगेगा जिसमें 24 घंटे और पूरे सप्ताह इमरजेंसी ट्रामा, ओपीडी, ओटी और रेडियोलॉजिकल जांच की सभी मुकम्मल सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। इस दौरान चिकित्सकों की टीम में ट्रामा सर्जरी विभाग के डॉ. अजय कुमार, डॉ. अवनीश कटियार, डॉ. नीरज कुमार, डॉ. रूबी, एनेस्थीसिया डॉ. शैलेश शामिल थे।

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