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    अब यहां छात्रों की बस पास सुविधा होगी बंद, जानिए क्यों

    By Raksha PanthariEdited By:
    Updated: Sat, 27 Jan 2018 09:15 PM (IST)

    देहरादून में विकासनगर-डाकपत्थर बस यूनियन ने चार हजार छात्र-छात्राओं को किराए में छूट की पास सुविधा बंद करने का एलान किया है।

    अब यहां छात्रों की बस पास सुविधा होगी बंद, जानिए क्यों

    देहरादून, [अंकुर अग्रवाल]: पुलिस पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए देहरादून विकासनगर-डाकपत्थर बस यूनियन ने चार हजार छात्र-छात्राओं को किराए में छूट की पास सुविधा बंद करने का एलान किया है। यूनियन का आरोप है कि सुबह-शाम बसों में छात्र-छात्राओं की भीड़ के चलते सभी सीटें फुल रहती हैं और बसें स्टैंडिंग जाती हैं। इसे ओवरलोडिंग बताकर पुलिस महीने में तीन-चार बार एक बस का चालान कर रही है। चालान का जुर्माना इतना ज्यादा है कि बस मालिकों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। यूनियन ने इस मामले में गढ़वाल मंडलायुक्त से शिकायत करने की बात कही। उन्होंने कहा कि अगर पुलिस का ऐसा ही रवैया रहा तो एक फरवरी से बस पास की सुविधा बंद कर दी जाएगी। 

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    बस यूनियन के अध्यक्ष राम सिंह सैनी ने इस मामले में आरटीओ दफ्तर में आरटीओ सुधांशु गर्ग से मुलाकात की। सैनी ने बताया कि यूनियन डाकपत्थर मार्ग पर देहरादून तक लगभग चार हजार दैनिक छात्र-छात्राओं को किराए में 25 फीसद की छूट की सुविधा दे रही है। चूंकि, ज्यादातर कॉलेज दून शहर में हैं, लिहाजा पछवादून से हजारों छात्र यहां पढऩे आते हैं। यूनियन छात्र-छात्राओं को मासिक पास जारी करती है। छात्र-छात्राओं की भीड़ से पीक-ऑवर में बसें स्टैंडिंग जाती हैं। इसके साथ बसों में दैनिक कर्मचारी-शिक्षक भी बड़ी संख्या में सफर करते हैं। सैनी ने कहा कि सुबह और शाम को हर पांच मिनट में बस सेवा दी जाती है, फिर भी यात्रियों की भीड़ को कम नहीं किया जा सकता। ऐसे में पुलिस बसों को ओवरलोड मानकर चालान करती रहती है। पुलिस की एक इंटरसेप्टर रोजाना सुद्धोवाला में बसों के चालान कर रही है। यूनियन ने कहा कि इस सूरत में बसों का संचालन करना मुश्किल हो रहा। सैनी का दावा है कि पुलिस को यात्री बसों में इस मद में चालान काटने का अधिकार नहीं है लेकिन पुलिस जबरन चालान काट रही है। इसलिए यूनियन मासिक पास की सुविधा बंद कर देगी। 

    ट्रांसपोर्टरों का था मौखिक समझौता 

    गत वर्ष जुलाई में निजी बस ऑपरेटरों की हड़ताल के दौरान परिवहन विभाग के साथ डाकपत्थर रूट यूनियन का मौखिक समझौता हुआ था। इसमें तय हुआ था कि मार्ग पर दैनिक छात्र-छात्राओं की अधिक संख्या के मद्देनजर उन्हें किराए में केवल उसी शर्त पर छूट की सुविधा दी जाएगी कि बस के स्टैंडिंग होने पर ओवरलोडिंग का चालान नहीं होगा। 

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